पीलीभीत: जनपद में दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर जामा मस्जिद कमेटी (Jama Masjid Committee) के सेक्रेटरी समेत 7 लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी. इस पूरे मामले में दूसरे पक्ष की महिलाएं एसपी ऑफिस पहुंची और आत्मदाह करने की चेतावनी दी.
बीते दिनों चंदोई गांव के एक संभ्रांत व्यक्ति का निधन हो गया था. उसके बाद समाज के कई लोग नमाज में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान मौलाना जरताब रजा खान और जामा मस्जिद कमेटी के सेक्रेटरी शिराज बहादुर खान के परिवार के बीच विवाद हो गया था. पुलिस ने पूरे मामले में जरताब रजा के पुत्र की तहरीर पर कार्रवाई करते हुए शिराज बहादुर खान समेत कुल 7 लोगों पर जानलेवा हमला करने के साथ ही अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. जबकि दूसरे पक्ष ने भी पूरे मामले में अपर पुलिस अधीक्षक को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी. इतना ही नहीं मौलाना जरताब और उनके साथियों पर भड़काऊ भाषण देने में मारपीट करने का आरोप लगाया था.
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इसी कड़ी में सोमवार को मुकदमे में नामजद हुए लोगों के पक्ष की करीब 40 महिलाएं एकत्र होकर एसपी आवास के बाहर जा पहुंची और आत्मदाह करने की चेतावनी दी, जिसके चलते पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में रिजर्व पुलिस लाइन की फोर्स समेत शहर कोतवाली पुलिस एसपी आवास (City Kotwali Police SP Residence) के बाहर पहुंच गई और महिलाओं को समझा-बुझाकर पुलिस लाइन ले आई. महिलाओं का कहना है कि प्रशासन ने दबाव के चलते एक पक्षीय कार्रवाई की है. अगर उनके परिवार के लोगों के ऊपर दर्ज हुआ मुकदमा वापस नहीं लिया जाता है और सही दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती है तो हर जुमे की नमाज के बाद एक महिला आत्मदाह करेगी.