पीलीभीतः जिले में निकाय चुनाव के बीच शुरू हुई जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. एक बार फिर राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार ने सियासी बयान जारी किया. उन्होंने बिना किसी का नाम लिए विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि विरासत में गद्दी तो मिल सकती है लेकिन बुद्धि नहीं मिल सकती.
दरअसल, पीलीभीत गौरी शंकर मंदिर में आयोजित मन की बात कार्यक्रम को सुनने पहुंचे राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार ने मीडिया से बातचीत की. कहा कि मैं गौरी शंकर धाम में खड़ा हूं, यह पवित्र धाम है. हमारी पार्टी और हमारी सरकार ने बड़े बुजुर्गों की इज्जत करना सिखाया है. बिना किसी का नाम लिए राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार ने एक नेता पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मैं उनके पिता और दादी को नमन करता हूं लेकिन ऐसे नेता को मेरे पिता के बारे में टिप्पणी करना शोभा नहीं देता. जिनकी ताई जमानत पर हों, जिनके जीजा जमानत पर हों और जिनके भाई भी जमानत पर हों.
राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार ने कहा कि मैं उनकी मां का दर्जा बहुत बड़ा मानता हूं इसलिए मैं उनकी मां के बारे में कुछ नहीं बोलूंगा लेकिन आप सब जानते हैं कि मौलाना अब्दुल कलाम आजाद फंड का प्रकरण सामने आया था. उन्होंने कहा कि विरासत में गद्दी तो मिल सकती है लेकिन बुद्धि नहीं मिल सकती है.
इससे पहले सामने आया था चप्पल वाला बयान
राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार का यह कोई पहला सियासी बयान नहीं है. इससे पहले भी उन्होंने जनसभाओं को संबोधित करते हुए चप्पल वाले बयान पर पलटवार किया था. उन्होंने कहा था कि जो लोग पीलीभीत के लोगों को चप्पल उठाने वाला समझते हैं, उन्हें चुनाव में जनता चप्पल से ही जवाब देती आई है.
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