पीलीभीतः जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र में मई माह में हुई सर्राफा व्यापारी पवन गोयल हत्याकांड के मामले में फॉरेंसिक अधिकारियों की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्र किया. घटना का क्राइम सीन रीक्रिएट करने के बाद टीम वापस लौट गई.
बता दें कि शहर कोतवाली क्षेत्र के आसफजहां मोहल्ले के रहने वाले सर्राफा व्यापारी पवन गोयल 19 मई को घर से तकादे पर जाने की बात कहकर निकले थे. जब वह वापस नहीं लौटे तो परिजनों ने तलाश शुरू की. इस दौरान कोतवाली थाना क्षेत्र के गत्ता फैक्ट्री के पास सड़क किनारे कार में उनका खून से लथपथ शव पड़ा मिला था. इस हत्या के मामले में पवन गोयल के भाई अरुण गोयल की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था. हत्या के बाद मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पुलिस कई माह बीत जाने के बाद भी अभी तक इस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर सकी है.
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शुक्रवार की देर रात पीलीभीत पहुंची दो सदस्यीय फॉरेंसिक टीम ने शनिवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का सीन रीक्रिएशन किया. इस सीन रीक्रिएशन के दौरान व्यापारी की हत्या से जुड़े मामले में तमाम साक्ष्य जुटाए गए. इस दौरान मौके पर पहुंचे पीड़ित परिवार से भी फॉरेंसिक अधिकारियों की टीम ने बातचीत कर घटनास्थल का भौतिक निरीक्षण किया. इस टीम में लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला के वैज्ञानिक अधिकारी आनंद कुमार और कायम सिंह शामिल थे.
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