पीलीभीत: जिले के थाना सेहरामऊ से पुलिस और ग्रामीणों की बीच हुई मुठभेड़ का एक मामला सामने आया है. इसमें गांव में बच्चा चोर पकड़ने गई पुलिस और ग्रामीणों के बीच आपस में फायरिंग हुई, जिसमें 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
घटना की सूचना पर डीएम-एसपी मौके पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस व मुख्यालय से डीएम व एसपी घटनास्थल पर पहुंचे. ग्रामीणों को शांत कराया गया. पूरे मामले में पुलिस ने गांव के प्रधान समेत 10 लोगों पर नामजद और 80 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. नामजद 10 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
सेहरामऊ के सोंधा गांव की घटना
बीती रात थाना सेहरामऊ के गांव सोंधा में बच्चा चोरी की सूचना डायल 100 को दी गई थी, जिससे घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने गन्ने के खेत में बच्चा चोर को काफी देर तलाशा, लेकिन वह नहीं मिला. पुलिस को आरोपी न मिलने पर गांव वालों से कहासुनी हुई. सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे प्रधान ने अपने आदमियों के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी, जिससे दोनों तरफ से फायरिंग होने लगी, जिसमें 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
पुलिस ने 10 लोगों को भेजा जेल, 80 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस, डीएम और एसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे. डीएम ने ग्रामीणों को शांत कराया. ग्रामीणों और पुलिस की मुठभेड़ में पुलिस ने 80 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. साथ ही 10 नामजद लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया. जिसमें नामजद 10 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया आरोप
वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने गन्ने के खेत से आरोपी के न मिलने पर शराब पी. पुलिस वालों ने ग्रामीणों से अभद्रता की. उसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस की अभद्रता का विरोध किया तो पुलिस वालों ने पहले फायर किया, जिस पर बात आगे बढ़ गयी.
बीती रात सूचना मिली थी कि पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों के बीच फायरिंग हुई है, जिस पर तत्काल घटनास्थल का जायजा लिया गया तो पता चला वहां पर बच्चा चोर पकड़े जाने की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पर गई थी. उसी दौरान ग्रामीणों और पुलिस वालों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
-मनोज कुमार सोनकर, पुलिस अधीक्षक