पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में विकास भवन के अंदर डीपीआरओ व लिपिक द्वारा कंसल्टिंग इंजीनियर पर जानलेवा हमला करने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. डीपीआरओ ने भी कार्यालय में मारपीट करने के मामले में कंसलटिंग इंजीनियर के खिलाफ क्रास एफआईआर दर्ज कराई है.
दरअसल, बुधवार को सुनगढ़ी थाना क्षेत्र के रहने वाले अमित कुमार ने आरोप लगाया था कि वह डीपीआरओ सतीश कुमार के कार्यालय में ग्राम पंचायत में घटिया सामग्री से हो रहे निर्माण की शिकायत लेकर आए थे. इस दौरान लिपिक संजय तोमर भी डीपीआरओ के कार्यालय में बैठे थे. आरोप है की शिकायत देखते ही डीपीआरओ व लिपिक ने उनके साथ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर मारपीट की थी. पीड़ित ने आरोप लगाया कि उनके ऊपर हेलमेट व डस्टबिन से जानलेवा हमला कर उनका सिर भी फोड़ दिया गया. मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया था. पूरे मामले में कोतवाली पुलिस ने देर रात डीपीआरओ सतीश कुमार व लिपिक संजय तोमर के खिलाफ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने जानलेवा हमला करने जैसे तमाम आरोपों में मुकदमा दर्ज किया है.
दूसरी तरफ डीपीआरओ ने आरोप लगाते हुए पुलिस को बताया कि कंसल्टिंग इंजीनियर अमित कुमार के खिलाफ तमाम ग्राम प्रधानों ने शिकायत की थी और उन पर गंभीर आरोप लगाए थे. इस संबंध में जवाब तलब कर अमित को कार्यालय बुलाया गया था. आरोप है कि कार्यालय में घुसते ही अमित कुमार ने गाली गलौज करते हुए सरकारी अभिलेख फाड़ दिए. डीपीआरओ ने आरोप लगाया कि अमित कुमार ने डीपीआरओ पर हेलमेट से जानलेवा हमला भी किया, जिससे उन्हें चोट भी लगी है. पुलिस ने डीपीआरओ की शिकायत पर अमित कुमार सिंह के खिलाफ तमाम आरोपों में मुकदमा दर्ज किया है.
मामले पर जानकारी देते हुए सीओ सिटी अंशु जैन ने बताया कि 'दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.'
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