मुजफ्फरनगर: राष्ट्रीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष चौधरी जगबीर सिंह हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है. वादी पूर्व मंत्री चौधरी योगराज सिंह की ओर से अपने मामले की सुनवाई किसी दूसरी अदालत में स्थानांतरित किए जाने का प्रार्थना पत्र दिया गया है. जिला जज चवन प्रकाश ने सुनवाई के लिए 21 फरवरी की तारीख नियत की है.
राष्ट्रीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष चौधरी जगबीर सिंह की 6 सितंबर 2003 को अलावलपुर गांव में हत्या कर दी गई थी. इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत समेत उसी गांव के दो अन्य युवक राजीव और प्रवीण उर्फ बिट्टू नामजद थे, उन दोनों की मृत्यु हो चुकी है. अब इस मुकदमे में केवल नरेश टिकैत की भूमिका के बारे में सुनवाई चल रही है. पूर्व मंत्री और चौधरी जगबीर सिंह के पुत्र योगराज सिंह इस मामले की पैरवी कर रहे हैं.
शिकायतकर्ता ने योगराज सिंह की ओर से एडीजे पांच अशोक कुमार की अदालत में बुधवार में एक अर्जी दाखिल की गई है. जिसमें कहा गया है कि उसकी ट्रांसफर एप्लिकेशन पर सुनवाई होने तक मामले की सुनवाई स्थगित की जाए. इसी बीच आज वादी के वरिष्ठ अधिवक्ता ठाकुर दुष्यंत सिंह ने भी अपना वकालत नामा पैरवी से वापस ले लिया है. इसमें वादी योगराज सिंह का कहना है कि सुनवाई कर रहे जज हमारे वकील को पूरा अवसर नहीं दे रहे है. इसीलिए उन्होंने अपना वकालतनामा वापस ले लिया है.
पूर्व मंत्री चौधरी योगराज सिंह ने अपने मामले की सुनवाई किसी दूसरी अदालत में स्थानांतरित किए जाने का प्रार्थना पत्र भी जिला न्यायाधीश को दिया गया है. जिस पर जिला जज चवन प्रकाश ने सुनवाई के लिए 21 फरवरी की तारीख नियत की है.आज यानी बृहस्पतिवार को एडीजे पांच अशोक कुमार की अदालत में मामले की सुनवाई बचाव पक्ष के वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल जिंदल की अर्जी पर शुक्रवार तक स्थगित कर दी गई है. अनिल जिंदल ने तबियत ठीक न होने की वजह से स्थगन की प्रार्थना की थी और आज कोर्ट में वादी योगराज सिंह व आरोपी नरेश टिकैत दोनों पेश हुए थे. इस चर्चित मामले की सुनवाई अंतिम दौर में है और बहस के बाद कोर्ट का फैसला आना बाकी है.
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