मुजफ्फरनगर: बीजेपी के केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान के तहेरे भाई सतेंद्र बालियान ने अपने ही भाई से बगावत करते हुए भारतीय किसान यूनियन का दामन थाम लिया , जिसके चलते विपक्ष ने भी तुरंत मौके को भुनाते हुए उन्हें अपना समर्थन देकर जिला पंचायत अध्यक्ष पद का उमीदवार घोषित कर दिया.
जानिए पूरा मामला
बता दें कि सतेंद्र बालियान ने इस बार के त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में वार्ड 18 जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीता है. मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के संग्राम में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने दिलचस्पी लेते हुए सिसौली गांव में 21 जिला पंचायत सदस्यों के साथ एक पंचायत की ,जिसमें सर्वसम्मति से विपक्ष ने अपना समर्थन देते हुए सतेंद्र बालियान को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया , लेकिन वो भी सिर्फ ढाई साल के लिए. क्योंकि पंचायत में ये भी फैसला लिया गया है कि अध्यक्ष पद पर ढाई साल बाद अगले ढाई साल के लिए आजाद समाज पार्टी की जिला पंचायत सदस्य तहसीन बानो पत्नी सईदुज्जमा होंगी.
इस बाबत जब हमने सतेंद्र बलियान से बात करना चाही तो उन्होंने क्षेत्र में होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया. खैर जो भी हो मंत्री के भाई के सिर विपक्ष द्वारा पहनाई गई पगड़ी ने इस समय तो भाजपा का गणित पूरी तरह से बिगाड़ दिया है. जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी पहले ही वीरपाल निर्वाल को मैदान में उतार चुकी है और इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद का ये चुनाव मंत्री संजीव बालियान के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है, क्योंकि बीजेपी ने उन्हें इसकी जिम्मेंदारी सौंपी हुई है. इन हालत पर अब देखना ये होगा की ऊंट किस करवट बैठता है.