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पंचायत का तुगलकी फरमान, पांच जूते मारने की सुनाई सजा - मुजफ्फरनगर ताजा खबर

मुजफ्फरनगर के थाना बुढ़ाना क्षेत्र के गांव चन्धेडी में एक ही समाज के बच्चों के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है. इसको लेकर पंचायत ने एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए तुगलकी फरमान सुनाया है. आरोपी को पंचायत में 5 जूते मारने की सजा सुनाई गई है.

मुजफ्फरनगर में पंचायत का तुगलकी फरमान
मुजफ्फरनगर में पंचायत का तुगलकी फरमान
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Published : Jan 11, 2021, 12:38 PM IST

Updated : Jan 11, 2021, 12:58 PM IST

मुजफ्फरनगर: जिले के थाना बुढ़ाना क्षेत्र के एक गांव में दो दिन पूर्व एक ही समाज के बच्चों के बीच हुए विवाद हुआ था. इस मामले में गांव के चौधरियों ने पंचायत कर एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए तुगलकी फरमान सुना दिया है. आरोपी को पंचायत में 5 जूते मारने की सजा सुनाई गई है. साथ ही उसे आर्थिक दंड भी दिये जाने का ऐलान किया गया है. हालांकि दण्डित हुए पक्ष ने आर्थिक दण्ड अदा करने पर अपनी सहमति तो जताई थी. मामला सार्वजानिक हुआ तो पीड़ित पक्ष पुलिस से न्याय की गुहार तो लगा ही रहा है. साथ ही न्याय न मिलने पर गांव से पलायन कर जाने की बात भी कह रहा है.

पंचायत का तुगलकी फरमान

बच्चों का हुआ था आपसी विवाद
जिले में बच्चों के विवाद में पंचायत ने एक ऐसा फरमान सुनाया है जो वास्तव में तुगलकी कहने के लायक है. बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के चन्धेडी गांव में 7 जनवरी की शाम को दो पक्षों के बच्चों के बीच साइकिल निकालने को लेकर विवाद हो गया. जिसके बाद विवाद दोनों पक्षों के बड़ों के बीच पहुंचा तो दोनों पक्षों में मारपीट हो गई. जिसमें पीड़ित पक्ष ने कोतवाली में दबंगों के खिलाफ शिकायत दी, तो पुलिस ने मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की. गांव का यह झगड़ा दो एक समाज के दो परिवारों के बीच हुआ था, जिसमें अब झगड़े का जिम्मा गांव के पंचों ने अपने सिर लिया. गांव में 1 दिन पूर्व शुक्रवार की शाम को एक पंचायत बैठाई गई, जहां पंचायत में पीड़ित को लोगो की भीड़ के बीच बुलाकर एक तुगलकी फरमान सुनाया गया.

पंचायत में सुनाया गया पांच जूते मारे जाने का फरमान
पीड़ित राजवीर सिंह कश्यप का आरोप है पंचायत में उसको 5 जूतों की सजा और कुछ आर्थिक दंड की सजा दी गई है. लेकिन पीड़ित पंचायत में आर्थिक दंड पर सहमत हो गया, लेकिन अपने सम्मान के लिए 5 जूते खाने के लिए मना कर दिया. जिसके बाद अब दबंग पीड़ित को महिला से छेड़छाड़ के आरोप में फर्जी फंसाने की धमकी दे रहे हैं. पीड़ित राजवीर सिंह का कहना है अगर पंचायत अपना यह फरमान वापस नहीं लेगी, तो वह गांव छोड़कर गांव से पलायन कर लेगा.

पंचायत से अनभिज्ञ है पुलिस
इस पूरे मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी गिरजा शंकर त्रिपाठी का कहना है ये मामला हमारे संज्ञान में नहीं है. अगर कोई इस तरह के मामले की शिकायत देता है, तो उसकी जांच करा कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

मुजफ्फरनगर: जिले के थाना बुढ़ाना क्षेत्र के एक गांव में दो दिन पूर्व एक ही समाज के बच्चों के बीच हुए विवाद हुआ था. इस मामले में गांव के चौधरियों ने पंचायत कर एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए तुगलकी फरमान सुना दिया है. आरोपी को पंचायत में 5 जूते मारने की सजा सुनाई गई है. साथ ही उसे आर्थिक दंड भी दिये जाने का ऐलान किया गया है. हालांकि दण्डित हुए पक्ष ने आर्थिक दण्ड अदा करने पर अपनी सहमति तो जताई थी. मामला सार्वजानिक हुआ तो पीड़ित पक्ष पुलिस से न्याय की गुहार तो लगा ही रहा है. साथ ही न्याय न मिलने पर गांव से पलायन कर जाने की बात भी कह रहा है.

पंचायत का तुगलकी फरमान

बच्चों का हुआ था आपसी विवाद
जिले में बच्चों के विवाद में पंचायत ने एक ऐसा फरमान सुनाया है जो वास्तव में तुगलकी कहने के लायक है. बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के चन्धेडी गांव में 7 जनवरी की शाम को दो पक्षों के बच्चों के बीच साइकिल निकालने को लेकर विवाद हो गया. जिसके बाद विवाद दोनों पक्षों के बड़ों के बीच पहुंचा तो दोनों पक्षों में मारपीट हो गई. जिसमें पीड़ित पक्ष ने कोतवाली में दबंगों के खिलाफ शिकायत दी, तो पुलिस ने मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की. गांव का यह झगड़ा दो एक समाज के दो परिवारों के बीच हुआ था, जिसमें अब झगड़े का जिम्मा गांव के पंचों ने अपने सिर लिया. गांव में 1 दिन पूर्व शुक्रवार की शाम को एक पंचायत बैठाई गई, जहां पंचायत में पीड़ित को लोगो की भीड़ के बीच बुलाकर एक तुगलकी फरमान सुनाया गया.

पंचायत में सुनाया गया पांच जूते मारे जाने का फरमान
पीड़ित राजवीर सिंह कश्यप का आरोप है पंचायत में उसको 5 जूतों की सजा और कुछ आर्थिक दंड की सजा दी गई है. लेकिन पीड़ित पंचायत में आर्थिक दंड पर सहमत हो गया, लेकिन अपने सम्मान के लिए 5 जूते खाने के लिए मना कर दिया. जिसके बाद अब दबंग पीड़ित को महिला से छेड़छाड़ के आरोप में फर्जी फंसाने की धमकी दे रहे हैं. पीड़ित राजवीर सिंह का कहना है अगर पंचायत अपना यह फरमान वापस नहीं लेगी, तो वह गांव छोड़कर गांव से पलायन कर लेगा.

पंचायत से अनभिज्ञ है पुलिस
इस पूरे मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी गिरजा शंकर त्रिपाठी का कहना है ये मामला हमारे संज्ञान में नहीं है. अगर कोई इस तरह के मामले की शिकायत देता है, तो उसकी जांच करा कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Jan 11, 2021, 12:58 PM IST
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