मुजफ्फरनगरः गौरव यात्रा का विरोध करने सहारनपुर जा रहे राजपूत समाज के लोगों और समर्थकों को बॉर्डर पर रोक दिया गया. इस दौरान राजपूत समाज के लोगों की पुलिस के साथ झड़प हुई. शांति व्यवस्था कायम करने के लिए फोर्स तैनात की गई थी. फोर्स को अलर्ट किया गया है और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया गया है.
आपको बता दें कि मिहिर भोज को लेकर राजपूत समाज और गुर्जर समाज दोनों के बीच विवाद चल रहा है, क्योंकि इसमें एक ओर गुर्जर समाज दावा कर रहा है कि मिहिर भोज गुर्जर थे. वहीं, दूसरी ओर राजपूत समाज के लोग कह रहे हैं कि राजपूत क्षत्रिय थे. सोमवार को सहारनपुर में गुर्जर समाज के लोगों द्वारा 10 किलोमीटर की गौरव यात्रा निकालने की घोषणा की गई थी, लेकिन सहारनपुर जिला प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं थी. गुर्जर समाज के आह्वान के बाद राजपूत समाज भी विरोध पर उतर आया था. राजपूत और गुर्जर समाज के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए जिले की सीमाएं सील कर दी गईं थी. मुजफ्फरनगर से भी गुर्जर समाज को सहारनपुर जाने से रोका जा रहा था.
वहीं, गौरव यात्रा का विरोध करने जा रहे गुर्जर समाज के लोगों को जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा समझा-बुझाकर शांत कराया गया. सहारनपुर में गौरव यात्रा निकाले जाने की जानकारी मिलते ही मुजफ्फरनगर के चरथावल और बिरालसी क्षेत्र के राजपूत समाज के लोग किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह के साथ सहारनपुर के लिए रवाना होने निकले थे, लेकिन एसपी सिटी और स्थानीय पुलिस द्वारा उन्हें मुजफ्फरनगर और सहारनपुर बॉर्डर पर रोक लिया गया. इसी बीच पुलिस और राजपूत समाज के लोगों में बहुत तीखी झड़प हुई.
मामले को लेकर ठाकुर पूरन सिंह ने कहा कि 'शासन और प्रशासन जिम्मेदार है. रविवार रात को बातचीत हुई थी कि कल किसी भी समाज की कोई भी यात्रा नहीं होगी. सभी लोग बिल्कुल संतुष्ट हुए कि दोनों समाज में से कोई भी व्यक्ति कल नहीं जाएगा. वहीं, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने कहा कि शांति व्यवस्था कायम करने के लिए फोर्स तैनात की गई थी. फोर्स को अलर्ट किया गया है और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया गया है. शांति व्यवस्था कायम रखी जा रही है.
पढ़ेंः सम्राट मिहिर भोज पर हक जताने को लेकर सहारनपुर में आमने-सामने आए गुर्जर-राजपूत, इंटरनेट सेवा बंद