ETV Bharat / state

देश में हो रही मॉब लिंचिंग पर बरसे मौलाना कासमी, आजादी की जंग में उलेमाओं ने जान की कुर्बानियां पेश की - Muzaffarnagar latest news

जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने देश में हो रही मॉब लिंचिंग पर सवाल उठाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रत्येक महीने सद्भावना संसद का कार्यक्रम चलाया जा रहा है.

देश में हो रही मॉब लिचिंग बरसे मौलाना कासमी
देश में हो रही मॉब लिचिंग बरसे मौलाना कासमी
author img

By

Published : Oct 8, 2022, 11:01 PM IST

मुजफ्फरनगरः जमीयत उलेमा ए हिंद (Jamiat Ulema e Hind ) के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी (National General Secretary Maulana Hakimuddin Qasmi) ने कहा कि देश में बड़ी संख्या में मॉब लिंचिंग हो रही है. उन्होंने गुजरात के खेड़ा का उदाहरण देकर कहा कि खंभे में बांधकर किस तरह लोगों को पीटा गया. उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या उनका अपना कोई मानवाधिकार नहीं है. क्या कोई कानून नहीं है, उन्होंने कहा कि किसी अपराधी के भी अपने अधिकार होते हैं. मौलाना ने कहा कि किसी भी अपराधी को सजा देने का अधिकार कानून को है. किसी को भी सरेआम पीटना बर्बरता है.

जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय महासचिव ने शनिवार को कहा कि इसी कड़ी में 29 अक्टूबर को दिल्ली में सद्भावना सम्मेलन (Sadbhavna Sammelan in Delhi) प्रस्तावित है. जो देश की एकता और अखंडता को बाकी रखने में अहम रोल अदा करेगा. सभी देशवासियों में प्रेम और आपसी भाईचारा बनाए रखना ही हमारा संकल्प है. मौलाना ने शनिवार को खालापार स्थित मस्जिद उमर खां में उलेमाओं के साथ एक बैठक भी की. मौलाना ने बैठक में शामिल मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों तथा उलेमाओं से कहा कि वे समाज में शिक्षा का व्यापक प्रचार प्रसार करें. उन्होंने कहा कि जब तक मुस्लिम समाज अपना शैक्षिक तौर से उत्थान नहीं करेगा. बाकी क्षेत्र में उसका विकास संभव नहीं है.

मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि प्रत्येक महीने सद्भावना संसद का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जनपद में भी सद्भावना संसद (Sadbhavna Parliament) होनी है. उसकी तारीख तय हो गई है. उन्होंने कहा कि आने वाली 13 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में कार्यक्रम होना है. मदरसों की जांच के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह हो चुकी है. मुस्लिम समाज को इस समय सबसे अधिक आवश्यकता शिक्षा की है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के रास्ते पर चलकर ही अपना और देश का विकास किया जा सकता है. केन्द्र और प्रदेश सरकार के बारे में सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारें हैं. वह लोग इस देश के नागिरक हैं. इसलिए उन्हें अपनी सरकारों से डरने की क्या आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि वे लोग वर्तमान में देश में कौमी इकजहती यानी धार्मिक एकता पर कार्य कर रहे हैं. आपसी मोहब्बत और प्यार से ही देश आगे बढ़ेगा. मौलाना ने कहा कि जमियत का इतिहास रहा है कि उसने हमेशा देश के हित में काम किया और आजादी की जंग में उलेमाओं ने अपनी जान की कुर्बानियां पेश की.

मुजफ्फरनगरः जमीयत उलेमा ए हिंद (Jamiat Ulema e Hind ) के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी (National General Secretary Maulana Hakimuddin Qasmi) ने कहा कि देश में बड़ी संख्या में मॉब लिंचिंग हो रही है. उन्होंने गुजरात के खेड़ा का उदाहरण देकर कहा कि खंभे में बांधकर किस तरह लोगों को पीटा गया. उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या उनका अपना कोई मानवाधिकार नहीं है. क्या कोई कानून नहीं है, उन्होंने कहा कि किसी अपराधी के भी अपने अधिकार होते हैं. मौलाना ने कहा कि किसी भी अपराधी को सजा देने का अधिकार कानून को है. किसी को भी सरेआम पीटना बर्बरता है.

जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय महासचिव ने शनिवार को कहा कि इसी कड़ी में 29 अक्टूबर को दिल्ली में सद्भावना सम्मेलन (Sadbhavna Sammelan in Delhi) प्रस्तावित है. जो देश की एकता और अखंडता को बाकी रखने में अहम रोल अदा करेगा. सभी देशवासियों में प्रेम और आपसी भाईचारा बनाए रखना ही हमारा संकल्प है. मौलाना ने शनिवार को खालापार स्थित मस्जिद उमर खां में उलेमाओं के साथ एक बैठक भी की. मौलाना ने बैठक में शामिल मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों तथा उलेमाओं से कहा कि वे समाज में शिक्षा का व्यापक प्रचार प्रसार करें. उन्होंने कहा कि जब तक मुस्लिम समाज अपना शैक्षिक तौर से उत्थान नहीं करेगा. बाकी क्षेत्र में उसका विकास संभव नहीं है.

मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि प्रत्येक महीने सद्भावना संसद का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जनपद में भी सद्भावना संसद (Sadbhavna Parliament) होनी है. उसकी तारीख तय हो गई है. उन्होंने कहा कि आने वाली 13 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में कार्यक्रम होना है. मदरसों की जांच के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह हो चुकी है. मुस्लिम समाज को इस समय सबसे अधिक आवश्यकता शिक्षा की है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के रास्ते पर चलकर ही अपना और देश का विकास किया जा सकता है. केन्द्र और प्रदेश सरकार के बारे में सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारें हैं. वह लोग इस देश के नागिरक हैं. इसलिए उन्हें अपनी सरकारों से डरने की क्या आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि वे लोग वर्तमान में देश में कौमी इकजहती यानी धार्मिक एकता पर कार्य कर रहे हैं. आपसी मोहब्बत और प्यार से ही देश आगे बढ़ेगा. मौलाना ने कहा कि जमियत का इतिहास रहा है कि उसने हमेशा देश के हित में काम किया और आजादी की जंग में उलेमाओं ने अपनी जान की कुर्बानियां पेश की.



यह भी पढ़ें- यूपी कांग्रेस अध्यक्ष खाबरी की ताजपोशी, मंच पर नाराज हुए अजय राय व वीरेंद्र चौधरी


यह भी पढ़ें-सीबीआई ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक से भ्रष्टाचार के मामलों में पूछताछ की

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.