मुजफ्फरनगर : वैश्विक महामारी कोविड-19 को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के चलते प्राइवेट एवं सरकारी कार्यालयों का कार्य सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ. इस दौरान जनपद मुजफ्फरनगर में भी संभागीय परिवहन विभाग कार्यालय (एआरटीओ) रेवेन्यू कलेक्शन में जिले का टारगेट पूरा नहीं कर पाया. दरअसल, संभागीय परिवहन विभाग के रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा वाहनों की खरीद से जुड़ा है. लेकिन लॉकडाउन में वाहनों की बिक्री नहीं होने से कलेक्शन का टारगेट पूरा नहीं हो सका.
इस बारे में सहायक संभागीय अधिकारी राजीव कुमार बंसल ने बताया कि संभागीय परिवहन विभाग कार्यालय में जितने भी कार्य किए जाते हैं, सभी सुचारू कर दिए गए हैं. जून माह के प्रथम सप्ताह में लाइसेंस को छोड़कर सभी सर्विस शुरू कर दी गई थी. जिसमें वाहनों का रजिस्ट्रेशन, वाहनों का ट्रांसफर, डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन निकलना और जितने भी वाहन से सम्बंधित कार्य होते हैं, सब सुचारू कर दिए गए थे.
पिछले सप्ताह से लर्निंग लाइसेंस का काम भी शुरू कर दिया गया है. इस हिसाब से परिवहन विभाग की सभी सर्विस सुचारू हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद अप्रैल व मई लॉकडाउन होने के बाद आमदनी न के बराबर था. लेकिन जून में स्थिति बेहतर हुई. जून में हमारे रेवेन्यू टारगेट 9 करोड़ करीब 53 प्रतिशत टारगेट हासिल किया गया. धीरे-धीरे यह स्थिति बेहतर होती जा रही है. प्राइवेट वाहनों की खरीद में 78 प्रतिशत व्यवसायिक वाहनों की खरीद में 85 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है.
उन्होंने कहा कि संभागीय परिवहन विभाग को ज्यादा रेवेन्यू प्राइवेट वाहनों की खरीद से ही होती है. जिस कारण टारगेट में दिक्कत आ रही थी. लेकिन धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है.