मुजफ्फरनगर: छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद हुए मुजफ्फरनगर निवासी सीआरपीएफ जवान विकास सिंघल का पार्थिव शरीर उनके पैतृक घर गांव पचेंडा पहुंचा. शहीद के पार्थिव शरीर पहुंचने के बाद पूरे क्षेत्र में 'विकास सिंगल अमर रहे' और 'जब तक सूरज चांद रहेगा विकास तेरा नाम रहेगा का नारा' चारों और सुनाई दे रहा था. जिले के शहीद लाल को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ और जनप्रतिनिधि के अलावा जिला प्रशासन मौजूद रहा. राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई.
गन्ना मंत्री सुरेश राणा, कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल और बुढ़ाना विधायक उमेश मलिक के साथ जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने नम आंखों से शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. वंही शहीद विकास की पत्नी ने सीआरपीएफ बटालियन पर लापरवाही के आरोप भी लगाए.
'शहीद पति के सपने पूरे करूंगी'
सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने शहीद विकास सिंघल की शहादत पर परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता, शहीद विकास सिंघल के नाम पर सड़क, तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. वहीं शहीद विकास की पत्नी पारुल का कहना है की "मेरे पति की मौत के बाद तो मेरी जिंदगी ही चली गयी." मेरे पति ने जो सपने देखे थे उन्हें मैं अपने बच्चो के लिए पूरा करूंगी."
CRPF बटालियन पर लगाए आरोप
शहीद विकास सिंघल की पत्नी ने विकास के शहीद होने पर उनके सीआरपीएफ बटालियन पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कई आरोप लगाएं. उन्होंने कहा कि साथियों को बचाने में विकास की जान गई है और विकास को समय से अगर उपचार मिलता तो बच सकते थे. पारुल सिंगल ने कहा कि "अगर मौका मिला तो सीआरपीएफ में जाकर नक्सलवाद के खिलाफ जंग लडूंगी और अपने पति की मौत का बदला लूंगी."