मुजफ्फरनगरः जिले के मोरना कस्बे में में मंगलवार को दिन भर आकाश में घने बादल छाए रहे. उमड़-घुमड़कर चल रहे बादलों के बीच आकाश में अचानक भगवान शिव की चमत्कारिक दर्शनीय आकृति बनने से श्रद्धालुओं में कौतूहल मच गया. सावन में भगवान शिव के साक्षात् दर्शन होने से कस्बेवासी अपने आप को धन्य समझ रहे हैं. जिसने भी यह दृश्य देखा वही अभिभूत हो गया.
मरौना कस्बे में लोगों ने अचानक बादलों के भगवान शिव की आकृति देखी. बादलों में आकृति बनने के बाद कस्बेवासी अपने मकानों की छतों पर चढ़कर भगवान शिव की आराधना करने लगे. भगवान शिव की चमत्कारिक दर्शनीय आकृति व स्वरूप की निराली छटा से यहां के लोग अपने पर भगवान शिव की विशेष कृपा व आशीर्वाद समझ रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि इस तरह से भगवान शिव की आकृति बादल में कभी नहीं देखा.
मौराना कस्बे में रहने वाली बुजुर्ग महिला चंद्रवती देवी (92) ने कहा कि भगवान शिव स्वयं साक्षात्कार स्वरूप में प्रकट होकर क्षेत्रवासियों पर अपनी कृपा बरसा रहे हैं और श्रद्धालुओं की मनोकामनाओं को पूर्ण कर रहे हैं. सावन का महीना चल रहा है और कांवड़ यात्रा भी अपने चरमोत्कर्ष पर है. हर-हर महादेव जय भोले शंकर के उद्घोष से चोरों तरफ का वातावरण शिवमय बना हुआ है. श्रद्धालु पवित्र गंगा लेकर शिवालयों की ओर प्रस्थान कर रहे हैं.
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चंद्रवती ने कहा कि ऐसे में भगवान भोले शंकर के साक्षात् दर्शनों से श्रद्धालु अपने आप को धन्य मान रहे हैं. कस्बे में सभी श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के प्रकट होने का अदभुत नजारा अपनी आंखों से देखा और मनोवांछित फल कामना में शिव की आराधना की.
मां पूर्णागिरि सिद्ध पीठ आश्रम शुक्रताल के पीठाधीश्वर गोपालादास महाराज ने कहा कि भगवान की लीला अपरंपार है. भगवान अपने भक्तों को कभी-कभी साक्षात दर्शन देते हैं और भक्तों पर विशेष अनुराग व अनुकंपा बरसाते हैं. श्रद्धालु सावन मास में विशेष पूजा अर्चना करके भगवान शिव को प्रसन्न करते हैं. इस दृश्य को देखने को कस्बे के आसपास के गांवों के श्रद्धालुओं में भी कौतूहल बना रहा.
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