मुजफ्फरनगर: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने मुहिम चलाई है. इसी का नतीज है कि अपराधी जान बचाकर खुद पुलिस के सामने समर्पण कर रहे हैं. मुजफ्फरनगर पुलिस की डर के चलते थानों में जाकर अपराधी सरेंडर कर रहे हैं और कभी भी जुर्म न करने का शपथ पत्र दे रहे हैं. लेकिन मुजफ्फरनगर में कुछ ऐसे भी आपराधिक किस्म के लोग हैं, जो जुर्म की दुनिया से बाहर नहीं निकलना चाहते. ये लूट, डकैती, हत्या की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. कोटद्धार में एक कारोबारी के यहां हुई डकैती की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. कोटद्धार पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि दो अपराधी अब भी फरार हैं.
कारोबारी के रिश्तेदार पर सजिश रचने का आरोप
कोटद्धार (पौड़ी गढ़वाल) के मोहल्ला सिताबपुर तल्ला निवासी कारोबारी प्रमोद प्रजापति के घर में क्रिसमस के दिन हुई डकैती का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. डकैती की साजिश का मुख्य साजिशकर्ता पीड़ित का रिश्तेदार ही है. पुलिस ने वारदात में लिप्त पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि कारोबारी का रिश्तेदार सहित एक अन्य आरोपी अब भी फरार हैं. पुलिस महानिदेशक की ओर से टीम को 20 हजार का नगद इनाम देने की घोषणा की गई है.
परिजनों को बंधक बनाकर हुई थी लूटपाट
25 दिसंबर की सुबह 7 बजे 5 नकाबकोश बदमाशों ने प्रमोद प्रजापति के आवास पर धावा बोला और उनकी माता फूलो देवी, पत्नी मुनेश देवी और पुत्री मानसी को बंधक बना लिया. करीब चालीस मिनट तक डकैतों ने घर में मौजूद रहे और वहां रखे जेवरात, नगदी ले उड़े. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम हरकत में आई और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गई. 9 दिन के भीतर ही पुलिस ने डकैती में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
मुजफ्फरनगर का रहने वाला है डकैती का मास्टर माइंड
सोमवार को मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी पी. रेणुका देवी ने बताया कि डकैती की वारदात प्रमोद के करीबी रिश्तेदार के इशारे पर हुई है. जो मुजफ्फरनगर के पिन्ना गांव का रहने वाला है. डकैती का मुख्य साजिश कर्ता प्रवीण प्रजापति अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है. एसएसपी ने बताया कि डकैती में मुजफ्फरनगर के बरवाला निवासी राजकुमार, नियामू निवासी कपिल कुमार, धीरज, शामली के लिलोनखेड़ी निवासी संदीप कुमार, सहारनपुर के शारदानगर निवासी संजीव कुमार को गिरफ्तार किया गया है. जबकि प्रवीण प्रजापति और बिरालसी निवासी अंकित पुंडीर अब भी फरार हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है.