मुजफ्फरनगर: थाना भोपा क्षेत्र स्थित गांव कासमपुर और नगला बुजुर्ग के दो पक्षों में एक युवती से छेड़छाड़ को लेकर जमकर मारपीट हुई. इस दौरान आरोपी पक्ष के सैकड़ों लोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पथराव किया. दोनों गांव के बीच कई घंटों तक पथराव जारी रहा. वहीं घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उग्र भीड़ पर लाठी चार्ज कर दोनों पक्षों के 13 लोगों को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ शांति भंग व छेड़खानी का मुकदमा दर्ज किया है.
जिले के थाना भोपा क्षेत्र स्थित गांव कसमपुरा निवासी एक युवती सोमवार सुबह गांव के बाहर गोबर डालने के लिए गई थी. तभी गांव नगला बुजुर्ग निवासी एक युवक मोनिश दौड़ लगा रहा था. आरोप है कि उसने युवती के साथ छेड़छाड़ की. युवती ने विरोध करते हुए शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद पीड़िता के परिजनों सहित गांव के युवकों ने आरोपित युवक को बंधक बना लिया और जमकर उसकी पिटाई कर दी. इसकी जानकारी होते ही दोनों गांव के ग्रामीणों के बीच सड़क पर जमकर पथराव शुरू हो गया. मामला अलग-अलग संप्रदाय से जुड़ा होने के कारण मौके पर तनाव पैदा हो गया.
छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज
जानकारी मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने भीड़ पर जमकर लाठी चार्ज किया. इसके बाद पुलिस आरोपी युवक को ग्रामीणों से मुक्त करा कर थाने ले गई. पीड़ित पक्ष की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ युवती से छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं दोनों पक्षों के दर्जनों लोगों को हिरासत में लेकर मामले की जांच की जा रही है.
मामले को लेकर एसपी देहात नेपाल सिंह ने बताया कि गांव कासमपुर और नगला बुजुर्ग गांव के लोगों में युवती से छेड़छाड़ को लेकर मारपीट हुई थी. पुलिस ने शांति भंग की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. दोनों पक्ष से दर्जनों लोग हिरासत में लिए गए हैं. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
कवाल गांव में हुई थी साम्प्रदायिक झड़प
साल 2013 में समाजवादी पार्टी की सरकार में मुजफ्फरनगर जिले के कवाल गांव में दो सम्प्रदाय में युवती से छेड़छाड़ को लेकर एक साथ 3 हत्याएं हुई थीं, जिससे पूरे इलाके में साम्प्रदायिक दंगा भड़क गया था. साथ ही इस घटना में कई लोगों की जानें भी गई थीं.