मुजफ्फरनगरः पुरकाजी नगर पंचायत क्षेत्र के गांव हरिनगर में तीन दिन पूर्व एक खेत से खुदाई के दौरान तोप मिलने का मामला सामने आया था. जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ पुरकाजी पहुंचकर तोप को अपने कब्जे में ले लिया. वहीं भारतीय किसान यूनियन पुरकाजी के सूली वाला बाग पर तोप को स्थापित करने पर अडिग था.
तोप मिलने के बाद भाकियू के नेता राकेश टिकैत और पुरकाजी कस्बे के सैकड़ों लोग तोप को फूल माला से सजाकर ढोल बाजे के साथ खेत से सूली वाला बाग ले गए थे. भाकियू नेता राकेश टिकैत ने एलान किया था कि यह तोप सूली वाला बाग में फांसी पर चढ़ाए गए वीर बलिदानियों की निशानी है. यह तोप पुरकाजी कस्बे के सूली वाला बाग पर ही स्थापित की जाएगी. दूसरी ओर जिला प्रशासन ने इसकी सूचना पुरातत्व विभाग को देते हुए स्पष्ट किया था कि खेत से मिली तोप सरकारी संपत्ति है. इसे नियमानुसार जांच के बाद कब्जे में लिया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता उसी दिन से दिन-रात तोप की निगरानी करने में जुटे थे. वहीं प्रशासनिक स्तर से भी पुलिस बल सूली वाला बाग में तैनात किया गया था.
तोप को जांच के लिए आगरा भेजा गया.
बुधवार को पुरातत्व विभाग की टीम पुरकाजी पहुंची. पुलिस ने सूली वाला बाग पर रखी तोप की जांच पड़ताल की. जांच के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर तोप को कब्जे में ले लिया. जिला प्रशासन ने तोप को आगरा पुरातत्व विभाग में जांच के लिए भेज दिया.
एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने बताया कि एएसआई की टीम आगरा से आई थी. टीम ने तोप का तकनीकी परीक्षण किया. तकनीकी परीक्षण के बाद उन्होंने जिलाधिकारी को रिपोर्ट में बताया कि तोप की बनावट, मिटटी और लोहे की जंग की जांच पड़ताल के लिए तोप को केमिकल लैब लेकर जाना आवश्यक है.