मुजफ्फरनगरः जनपद के छपार थाना क्षेत्र के एनएच 58 पर स्थित अतिक्रमण किए हुए भारतीय किसान यूनियन अंबावता (Bharatiya Kisan Union Ambavata ) के पूरे कैंप कार्यालय पर बुलडोजर चलाकर ढहा दिया गया है. उक्त कार्यालय पर पिछले 62 दिनों से मुआवजे को लेकर किसानों का धरना चल रहा था. जिला प्रशासन और एनएचएआई की टीम से वार्ता के बाद हुई सहमति के बाद एसडीएम सदर परमानंद झा ने स्वयं बुलडोजर चलवाकर कैंप कार्यालय पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की है.
छपार थाना क्षेत्र (Chapar police station area) के रामपुर तिराहा के निकट भारतीय किसान यूनियन अंबावता का कार्यालय है. कार्यालय जिस भूमि पर बनाया गया है, उक्त भूमि को हाईवे अथॉरिटी ने अधिकृत किया हुआ है. हाईवे निर्माण के लिए मंगलवार को एसडीएम सदर परमानंद झा अथॉरिटी के अधिकारियों और पुलिस को लेकर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कार्यालय को पूरी तरह से बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त करवा दिया. एसडीएम परमानंद झा द्वारा कहा गया है कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नियमानुसार ही की जाएगी.
भारतीय किसान यूनियन अंबावता जिलाध्यक्ष शाह आलम (Ambavata District President Shah Alam) ने बताया कि कार्यालय के समीप स्थित भवन पर बुलडोजर चलाया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन उचित मुआवजा दिलाने की मंशा नहीं रखता और मंगलवार को अधिकारी यह जानकर कि सभी कार्यकर्ता प्रयागराज पंचायत में गए हुए हैं. इसलिए कार्यालय ध्वस्तीकरण के लिए पहुंच गए. लेकिन वे लोग मुजफ्फरनगर में ही थे. इस बीच ध्वस्तीकरण की सूचना पर भारतीय किसान यूनियन अंबावता के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. मंगलवार को अधिग्रहित भूमि पर निर्माण ध्वस्त करने पहुंचे हाईवे अथॉरिटी और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों का जमकर विरोध किया गया. भारतीय किसान यूनियन अंबावता के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि अधिग्रहित की गई भूमि के एवज में किसानों को उचित दर से मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन इस मामले में दबाव की नीति अपना रहा है.
यह भी पढ़ें- अमरोहा में 38 निवेशकों ने रखा 2257 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव