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muzaffarnagar news: भारतीय किसान यूनियन ने चीनी मिल पर दिया धरना, नरेश टिकैत ने दी यह चेतावनी - नरेश टिकैत की न्यूज

मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने धरना दिया. इस दौरान उन्होंने आत्मदाह की चेतावनी भी दी. चलिए जानते हैं पूरे मामले के बारे में.

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भारतीय किसान यूनियन ने चीनी मिल पर धरना प्रदर्शन किया।
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Published : Jan 18, 2023, 9:21 PM IST

मुजफ्फरनगरः जिले में भारतीय किसान यूनियन ने बजाज ग्रुप की भैसाना चीनी मिल पर धरना और प्रदर्शन किया. अधिकारियों ने 10 फरवरी तक पिछले सत्र का पूरा भुगतान करने का भरोसा दिया और भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और गठवाला खाप के थांबेदार श्याम सिंह बहावड़ी ने ऐलान किया कि भुगतान नहीं हुआ तो 11 फरवरी को चीनी मिल गेट के सामने आत्मदाह कर लेंगे और भुगतान के आश्वासन पर धरना समाप्त हो गया.

किसानों के गन्ने के बकाया भुगतान की मांग को लेकर चीनी मिल भैसाना के मुख्य द्वार के सामने सातवें दिन बुधवार को धरना स्थल पर भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत पहुंचे और गन्ने के बकाया भुगतान की मांग को लेकर उन्होनें किसानों के प्रतिनिधि मंडल के साथ प्रशासनिक व चीनी मिल के अधिकारियों से वार्ता की.

नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों का पिछले वर्ष का सारा भुगतान 10 फरवरी तक हो किया जाए. 20 करोड़ रुपये जनवरी के महीने में किसानों के खाते में पहुंचाए जाएं. उन्होनें कहा कि यदि 10 फरवरी तक पिछले सत्र का गन्ने का बकाया भुगतान नहीं दिया तो वे चीनी मिल के गेट के सामन आत्महत्या कर लेगें और जिसकी जिम्मेदारी मिल और प्रशासनिक अधिकारियों की होगी. उन्होनें कहा कि भाजपा की सरकार में किसान की हालात बहुत खराब है. किसानों का सभी विभाग शोषण कर रहे हैं. चकबंदी विभाग भी किसानों का शोषण करने में पीछे नहीं है. उन्होंने कहा कि पंजाब में किसानों को बिजली मुफ्त में दी जाती है और पंजाब सरकार किसानों को 382 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से गन्ने का भुगतान कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार किसानों का शोषण करने पर तुली है. किसानो को उनके गन्ना बकाए का भुगतान मिलना चाहिए. सरकार को इस संबंध में जल्द से जल्द कदम उठाना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः Wrestlers Protest: रेसलर विनेश फोगाट ने कहा- लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं WFI अध्यक्ष

मुजफ्फरनगरः जिले में भारतीय किसान यूनियन ने बजाज ग्रुप की भैसाना चीनी मिल पर धरना और प्रदर्शन किया. अधिकारियों ने 10 फरवरी तक पिछले सत्र का पूरा भुगतान करने का भरोसा दिया और भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और गठवाला खाप के थांबेदार श्याम सिंह बहावड़ी ने ऐलान किया कि भुगतान नहीं हुआ तो 11 फरवरी को चीनी मिल गेट के सामने आत्मदाह कर लेंगे और भुगतान के आश्वासन पर धरना समाप्त हो गया.

किसानों के गन्ने के बकाया भुगतान की मांग को लेकर चीनी मिल भैसाना के मुख्य द्वार के सामने सातवें दिन बुधवार को धरना स्थल पर भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत पहुंचे और गन्ने के बकाया भुगतान की मांग को लेकर उन्होनें किसानों के प्रतिनिधि मंडल के साथ प्रशासनिक व चीनी मिल के अधिकारियों से वार्ता की.

नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों का पिछले वर्ष का सारा भुगतान 10 फरवरी तक हो किया जाए. 20 करोड़ रुपये जनवरी के महीने में किसानों के खाते में पहुंचाए जाएं. उन्होनें कहा कि यदि 10 फरवरी तक पिछले सत्र का गन्ने का बकाया भुगतान नहीं दिया तो वे चीनी मिल के गेट के सामन आत्महत्या कर लेगें और जिसकी जिम्मेदारी मिल और प्रशासनिक अधिकारियों की होगी. उन्होनें कहा कि भाजपा की सरकार में किसान की हालात बहुत खराब है. किसानों का सभी विभाग शोषण कर रहे हैं. चकबंदी विभाग भी किसानों का शोषण करने में पीछे नहीं है. उन्होंने कहा कि पंजाब में किसानों को बिजली मुफ्त में दी जाती है और पंजाब सरकार किसानों को 382 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से गन्ने का भुगतान कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार किसानों का शोषण करने पर तुली है. किसानो को उनके गन्ना बकाए का भुगतान मिलना चाहिए. सरकार को इस संबंध में जल्द से जल्द कदम उठाना चाहिए.

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