मुजफ्फरनगर: जिला कचहरी परिसर में हाथरस कांड को लेकर हत्यारों की गिरफ्तारी और जयंत चौधरी पर हुए लाठीचार्ज पर आक्रोशित वकील लामबंद हो गए हैं. वकीलों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पर इकट्ठा होकर प्रदेश सरकार और पुलिस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. उन्होंने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा.
हाथरस कांड को लेकर सभी राजनीतिक दल पूरे प्रदेश में मौजूदा भाजपा सरकार और पुलिस के विरोध में सड़कों पर उतर कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और उचित मुआवजे की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं. इसी कड़ी में जिला कचहरी परिसर में कलेक्ट्रेट कार्यालय पर वकीलों ने इकट्ठा होकर अधिवक्ता चंद्रवीर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार और पुलिस के विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया. वहीं पीड़िता को न्याय नहीं मिलने को लेकर प्रदेश पुलिस को भी चेतावनी दे डाली.
अधिवक्ता चंद्रवीर ने कहा कि पूरे देश को पता है कि जिस तरह हाथरस में एक दलित युवती के साथ अमानवीय अत्याचार किया गया, उसके साथ दुष्कर्म किया गया. उसकी मृत्यु के बाद पुलिस प्रशासन उत्तर प्रदेश और दिल्ली की सरकार ने जिस तरीके से देश को गुमराह करने का काम किया है. उसके बाद रात को 2 बजे उसके घरवालों पर लाठीचार्ज किया गया और जबरदस्ती उसका अंतिम संस्कार किया. इससे ज्यादा जघन्य अपराध हिंदुस्तान के 70 साल के इतिहास में आज तक नहीं हुआ. इसकी हम भत्सर्ना करते हैं और प्रशासन को चेतावनी देते हैं कि इंदिरा गांधी के जमाने में इमरजेंसी में इंदिरा गांधी बहुत पावरफुल थीं, लेकिन रिजल्ट क्या हुआ.
उन्होंने कहा कि इस सरकार के सभी अधिकारी भ्रष्टाचार में फंसे हुए हैं. यह उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करते. निहत्थे लोगों पर लाठीचार्ज करते हैं. ये लोग दलित, मजदूर और किसानों की आवाज को दबा देते हैं. जो इनके खिलाफ आवाज उठाता है, उन्हीं पर लाठीचार्ज किया जाता है. उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाते हैं. इस तरह से यह सरकार नहीं चलने वाली. यह देश इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगा.