मुजफ्फरनगर : कचहरी परिसर स्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर सोमवार काे भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति ने चरथावल क्षेत्र स्थित एक निजी हॉस्पिटल के खिलाफ आवाज बुलंद की. कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर मामले में कार्रवाई की मांग की. आराेप लगाया कि सरकारी अस्पताल में तैनात एक नर्स अपने यहां से मरीजों को निजी अस्पताल में भेज देती है. यहां आने के बाद मरीजों काे गुमराह कर उनसे ठगी की जाती है.
भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि निजी अस्पताल में इलाज के नाम पर मरीजों से मोटी रकम ऐंठी जाती है. कुछ दिन पहले भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति ने हॉस्पिटल में भी धरना प्रदर्शन किया था. इसके बावजूद काेई कार्रवाई नहीं हुई. बताया कि इलाके के एक किसान आकिल अपनी पत्नी फराना को पेट में दर्द होने पर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे. चिकित्सकों ने अल्ट्रासाउंड किया. बताया कि बच्चे की हालत खराब है. वह मर चुका है. महिला का गर्भपात करना पड़ेगा. इसमें 10 हजार रुपए का खर्च आएगा.
आकिल ने 6 हजार रुपए जमा करा दिए. डॉक्टर ने महिला का गर्भपात कर दिया. इसके बावजूद महिला को नौ दिन बाद मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ. इसकी वजह से फराना की तबीयत खराब हो गई. परिजनों ने महिला को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया. परिवार के लोग जब निजी अस्पताल में इसकी शिकायत लेकर पहुंचे ताे काेई सुनवाई नहीं हुई. हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि यह हमारे यहां फराना नाम की किसी महिला का उपचार ही नहीं किया गया था.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धर्मेंद्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह अस्पताल किसी की फर्जी डिग्री पर चलाया जा रहा है. जिस चिकित्सक ने नाम पर अस्पताल चलाया जा रहा है. वह अस्पताल में मौजूद ही नहीं रहते हैं. कार्यकर्ताओं ने चिकित्सकों पर कार्रवाई करने और अस्पताल काे सील करने की मांग की है.
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