मुजफ्फरनगरः मंगलवार को एक जख्मी पहाड़ा अपनी जान बचाते हुए जिले के चरथावल इलाके के चौकड़ा गांव में घुस गया. ग्रामीणों की इसकी जानकारी स्थानीय वन अधिकारी और चरथावल पुलिस को दे दी है. जिसके बाद एक सिपाही ने गांव जाकर जख्मी पहाड़ा को एक प्राइमरी स्कूल के कमरे में बंद करा दिया है. 24 घंटे से ऊपर हो जाने के बाद भी स्थानीय वन अधिकारी इसकी सुध लेने भी नहीं आये. ग्रामीण ही इस जानवर की देखभाल कर रहे हैं. वहीं ग्रामीण स्थानीय वन विभाग से काफी नाराज हैं. उनका कहना है कि चोट से जानवर तड़प रहा है. इसके बावजूद वे अभी तक नहीं आये हैं.
बेपरवाह वन विभाग
सरकार भले ही निरीह प्राणियों की लुप्त हो रही प्रजाति को बचाने के साथ-साथ उनके संरक्षण के लिए कोरोड़ों रुपये खर्च कर रही है. लेकिन लुप्त होते जा रहे जानवरों की प्रजाति का संरक्षण करने वाला विभाग कुम्भकरणी नींद में सोया हुआ है. घायल पहाड़ा के जख्म बढ़ते जा रहे हैं. लेकिन 24 घंटे से भी ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी वन विभाग अभी तक मौके पर नहीं पहुंचा है. ग्रामीण ही उसे चारा दे रहे हैं.