चंदौली: केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय के संसदीय क्षेत्र में विपरण विभाग भ्रष्टाचार के आकंठ तक डूबा हुआ है. यहां क्रय केंद्रों पर किसानों की गेहूं खरीद के बजाय बिचौलियों से खरीद की जा रही है. यह काम दिन के उजाले की बजाय रात के अंधेरे में किया जा रहा था. इसका खुलासा बीजेपी नेताओं की छापेमारी में हुआ.
किसान की शिकायत पर पहुंचे बीजेपी नेता
नवीन मंडी समिति स्थित क्रय केंद्र का एक वीडियो सामने आया है. इसमें एक किसान की शिकायत के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह और किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह गुरुवार रात नवीन मंडी समिति पहुंचे. वहां गेहूं खरीद के नाम चल रहे खेल को देखकर अवाक रह गए. किसानों की बजाय व्यापारियों के गेहूं की खरीद पल्लेदार कर रहे थे. जिलाध्यक्ष ने बताया कि मंडी समिति के क्रय केंद्र पर पल्लेदार ही कर्ताधर्ता और इंचार्ज हैं.
मंडी समिति के गोदाम से मिला व्यापारियों का गेहूं
मंडी समिति के भवन में बने एक गोदाम को जब भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह ने खुलवाया तो वहां भारी मात्रा में बिचौलियों का गेहूं पाया गया. इस बाबत उन्होंने मंडी सचिव से जानकारी की तो वे बगले झांकने लगे. वहीं, पल्लेदार भी गेहूं के बाबत कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे.
एडीएम के आश्वासन के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
ऐसे में भाजपा जिलाध्यक्ष ने एडीएम अतुल कुमार से बात की तो उन्होंने इस प्रकरण में संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया, लेकिन अब तक इस प्रकरण में न तो एफआईआर दर्ज की गई और न ही कोई कार्रवाई प्रकाश में आई.
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जिलाध्यक्ष की बात को कर देते है दरकिनार
एक किसान का बेटा बीएचयू में भर्ती है. उसकी तमाम मिन्नतों के बाद गेहूं खरीद नहीं हुई. इसके बाद उसने भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह से मदद की गुहार लगाई. दोपहर में किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह मंडी समिति के दौरे पर आए. वह किसान से उसके दुखी होने का कारण पूछते हैं और मंडी में तैनात अफसरों को उसकी गेहूं की खरीद सुनिश्चित करने की संस्तुति करते हैं. उन्हें अफसरों से भरोसा मिलता है कि किसान की खरीद कर ली जाएगी. पूरा दिन गुजरने के बाद भी किसान का गेहूं नहीं खरीदा जाता है. देर शाम बिसौरी निवासी किसान रमेश मौर्य भाजपा जिलाध्यक्ष तो फोन करता है. उसकी बात सुनकर अभिमन्यु सिंह सन्न रह जाते हैं. किसान भाजपा जिलाध्यक्ष को बताता है कि उनकी पैरवी को अफसरों ने दरकिनार कर दिया.