चंदौली: मुगलसराय कोतवाली व क्राइम ब्रांच टीम ने चेक क्लोनिंग के जरिए बैंकिंग फ्रॉड करने वाले दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से नगदी समेत भारी मात्रा में अलग-अलग बैंकों के चेक, क्लोन चेक व एटीएम बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस मास्टरमाइंड समेत दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है. साथ ही गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है.
एसपी हेमंत कुटियाल ने बताया कि, गिरफ्तार दोनों जालसाजों में से एक राम अशीष सिंह मुगलसराय का रहने वाला है. जबकि दूसरा कुंदन सेठ आज़मगढ़ का रहने वाला है. उन्होंने बताया कि, यह लोग बैंक से किसी खाता धारक का चेक प्राप्त करते थे. फिर उसकी क्लोनिंग करा कर सीरियल नंबर, धनराशि और रकम प्राप्त करने वाले का अकाउंट नंबर बदल कर उस खाते की धनराशि अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया करते थे.
एसपी ने बताया कि, क्लोनिंग का यह खेल मुंबई और नागपुर से होता था, जहां पर मौजूद इस गैंग के सदस्य बड़ी सफाई से चेक की क्लोनिंग कर दिया करते थे. पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और इस गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश में जुट गई है.
पकड़े गए जालसाजों के पास से 20 एटीएम कार्ड, विभिन्न कंपनियों के 13 सिम कार्ड, 9 मोबाइल, विभिन्न बैंकों के चेकबुक की फोटो कॉपी, तीन लैपटाप, एक पासपोर्ट, 315 बोर के तीन तमंचे और तीन कारतूस, एक स्कार्पियों सहित 55 हजार 730 रुपये नकद बरामद हुए हैं.
एसपी के अनुसार, यह जालसाज न सिर्फ जल निगम और दीनदयाल नगर के चेक क्लोनिंग कर धनराशि निकाले जाने के मामले में संलिप्त थे. बल्कि दयानंद विद्यालय दिल्ली, डिब्रूगढ़ असम की प्राइवेट कंपनियों सहित इलाहाबाद बैंक की कुछ निजी खातों से क्लोन चेक के जरिये पैसा निकाला गया है.
इसके अलावा इनके पास से काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट और संपूर्णानंद विश्विद्यालय समेत तमाम सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं के चेक के प्रिंटआउट मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है.
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