चंदौली: जिले में पुलिस की दबिश के दौरान युवती की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस जिला बदर आरोपी कन्हैया यादव के मनराजपुर आवास पर दबिश देने गई थी. इस दौरान घर पर सिर्फ दो युवतियां मौजूद थी. जिनपर पुलिस का कहर कुछ इस कदर टूटा की एक युवती की मौत हो गई. जिसके बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई. इस दौरान ईटीवी भारत से बात करते हुए पूरे घटना की चश्मदीद रही मृतका की बहन ने आपबीती बताई.
पहले मारपीट की और फिर पंखे से लटका दिया: इस पूरे सनसनीखेज वारदात की इकलौती चश्मदीद मृतका की बहन पूजा ने बताया कि रविवार की शाम को थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह के नेतृत्व में सैयदराजा पुलिस उनके घर पहुंची. लेकिन उस वक्त घर में सिर्फ वो उसकी बहन निशा मौजूद थी. जिसके बाद वे घर का दरवाजा बंद करने की कोशिश करने लगी. जिस पर पुलिस टीम आक्रोशित हो गई और मारपीट करने लगी. निशा ने इस पर कड़ा विरोध जताया. जिसपर महिला कांस्टेबल समेत अन्य पुलिसकर्मी उसे कमरे में ले जाकर मारपीट करने लगे. इस दौरान वो मदद के लिए चिल्लाती रही. लेकिन किसी ने कुछ नहीं सुना. बाद में आवाज बंद हो गई. जिसके बाद पुलिस ने उसे पंखे से लटका दिया, ताकि हत्या को सुसाइड करार दिया जा सके.
थाना प्रभारी पर लगाया प्रताड़ना का आरोप: पूजा ने बताया कि घटना से एक दिन पहले शनिवार को पुलिस ने उसके भाई विजय यादव को बेवजह हिरासत में लेकर पहले मारपीट की और फिर उसे जेल भेज दिया. अभी वह जमानत कराकर घर पहुंचता कि इससे पहले ही पुलिस उसके घर पहुंच गई और घटना को अंजाम दे दिया. इसमें सीधे तौर थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह की मंशा शामिल है. वह पहले भी कहते थे कि तुम लोग अपराधी की बेटी हो. तुम लोगों के साथ यही व्यवहार होगा.
सत्ता पक्ष के इशारे पर कार्रवाई: यही नहीं निशा की मानें तो उनके पिता की बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान को अवैध बताकर उन्हें साजिशन बालू माफिया घोषित कर दिया गया. यहां तक कि उसके पिता के पास लाइसेंस भी है. लेकिन सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों की शह पर पुलिस उनका कारोबार बंद करना चाहती है. इसको लेकर लगातर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. वहीं, रविवार को पुलिसवालों ने उसकी बहन की हत्या कर दी और फिर उसे खुदकुश करार देने को फांसी पर लटका दिया गया.
वहीं, इस घटना में मृतका निशा यादव की मां ने बताया कि घटना के समय वो वाराणसी में थीं. घर पहुंचने पर पता चला कि पुलिसवालों ने उसकी बेटी की हत्या कर दी है. अब उन्हें इंसाफ चाहिए. उन्हें बेटी की मौत के बदले मौत चाहिए. जिस तरह उनकी बेटी को फांसी पर लटका दिया गया. उसी तरह घटना के दोषियों को भी फांसी की सजा मिले.
बेटे की सगाई से पहले बेटी की उठी अर्थी: उन्होंने बताया कि आज यानी सोमवार को बेटे की सगाई थी. लेकिन उससे पहले पुलिस ने इस वारदात को अंजाम दे दिया. यही नहीं मृतका निशा की भी शादी की बात चल रही थी. लेकिन पुलिस की जिला बदर व अन्य कार्रवाई के चलते सब बर्बाद हो गया.
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