चन्दौली: नक्सल प्रभावित नौगढ़ में पेड़ों का कटान और लकड़ी की तस्करी जोरों पर की जा रही है. काशी वन्य जीव प्रभाग के कर्मचारी रामनगर की जयमोहनी रेंज में अवैध कटान की लकड़ी बरामद करके लौट रहे थे. इन वन कर्मचारियों पर चकिया नौगढ़ मार्ग पर लौवारी जंगल के बीच लकड़ी तस्करों ने हमला कर दिया. इसमें दो वन दरोगा, तीन वनरक्षक घायल हो गए. सभी घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ में भर्ती कराया गया.
जय मोहनी रेंज के लौवारी वीट के कंपार्टमेंट नंबर 20 में मंगलवार देर शाम मुखबिर के जरिए पुराने पेड़ की कटान होने की सूचना मिली थी. वन कर्मी मौके से तीन बोटा लकड़ी बरामद करने के बाद लौट रहे थे. तभी लौवारी गांव के समीप लकड़ी तस्करों ने गाड़ी रोकी और कुल्हाड़ी व लाठी-डंडों से हमला कर दिया. हमलावरों ने ड्राइवर वीरेंद्र प्रताप को गाड़ी से उतारकर पिटाई की, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इस हमले में वन दरोगा रामचरित्र (55) ओंकार शुक्ला (50), वनरक्षक संदीपक वर्मा, मनीष गुप्ता, निर्भय सिंह भी चोटिल हो गए.
इसके अलावा वाचरों में राजकुमार साहनी, दशरथ, विनोद, मनोज, सुरेश को भी चोटें आई थी. आरोपियों ने वन कर्मियों को दोबारा जंगल में न आने की धमकी दी और वहां से चले गए. उप प्रभागीय वनाधिकारी ने कहा कि वन कर्मियों पर साजिश करके हमला किया गया था. वहीं सीओ नीरज सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
चंदौली: वन माफियाओं के हमले में 10 वनकर्मी घायल - जयमोहनी रेंज में लकड़ी की कटान
यूपी के चंदौली जिले में वन माफियाओं के हमले में 10 वनकर्मी घायल हो गए. पुलिस ने वन कर्मियों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया और हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है.
चन्दौली: नक्सल प्रभावित नौगढ़ में पेड़ों का कटान और लकड़ी की तस्करी जोरों पर की जा रही है. काशी वन्य जीव प्रभाग के कर्मचारी रामनगर की जयमोहनी रेंज में अवैध कटान की लकड़ी बरामद करके लौट रहे थे. इन वन कर्मचारियों पर चकिया नौगढ़ मार्ग पर लौवारी जंगल के बीच लकड़ी तस्करों ने हमला कर दिया. इसमें दो वन दरोगा, तीन वनरक्षक घायल हो गए. सभी घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ में भर्ती कराया गया.
जय मोहनी रेंज के लौवारी वीट के कंपार्टमेंट नंबर 20 में मंगलवार देर शाम मुखबिर के जरिए पुराने पेड़ की कटान होने की सूचना मिली थी. वन कर्मी मौके से तीन बोटा लकड़ी बरामद करने के बाद लौट रहे थे. तभी लौवारी गांव के समीप लकड़ी तस्करों ने गाड़ी रोकी और कुल्हाड़ी व लाठी-डंडों से हमला कर दिया. हमलावरों ने ड्राइवर वीरेंद्र प्रताप को गाड़ी से उतारकर पिटाई की, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इस हमले में वन दरोगा रामचरित्र (55) ओंकार शुक्ला (50), वनरक्षक संदीपक वर्मा, मनीष गुप्ता, निर्भय सिंह भी चोटिल हो गए.
इसके अलावा वाचरों में राजकुमार साहनी, दशरथ, विनोद, मनोज, सुरेश को भी चोटें आई थी. आरोपियों ने वन कर्मियों को दोबारा जंगल में न आने की धमकी दी और वहां से चले गए. उप प्रभागीय वनाधिकारी ने कहा कि वन कर्मियों पर साजिश करके हमला किया गया था. वहीं सीओ नीरज सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.