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चंदौली: एम्बुलेंस कर्मियों ने मांगे सुरक्षा किट, सीएमओ ने दी आवास खाली कराने की धमकी

देश भर में कोरोना वायरस के पीड़ितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है, लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश के चंदौली में एम्बुलेंस कर्मियों को सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराई गई है.

एम्बुलेंस कर्मियों को सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराई गई.
एम्बुलेंस कर्मियों को सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराई गई.
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Published : Apr 1, 2020, 8:58 AM IST

चंदौली: कोरोना से बचाव के लिए 108 और 102 एंबुलेंस के चालकों और कर्मियों को सुरक्षा किट अब तक उपलब्ध नहीं कराया गया है. जिससे एम्बुलेंस कर्मियों में कोरोना को लेकर भय व्याप्त है. परिजनों की सूचना पर बबुरी पहुंची एम्बुलेंस कोरोना के संदिग्ध होने पर बिना उन्हें लिए ही वापस आ गई, जिसके बाद सुरक्षा किट मुहैया कराए जाने के बाद एंबुलेंसकर्मी दोबारा मरीज को लेने के लिए रवाना हुए. इस घटना के बाद सीएमओ चन्दौली एम्बुलेंस कर्मियों पर बिफर गए और 24 घंटे में आवास खाली करने का आदेश दे दिया. यही नहीं उन्होंने एम्बुलेंस कर्मियों पर कार्रवाई करने की चेतवानी भी दी. जिस पर एम्बुलेंस कर्मियों ने नाराजगी जताते हुए सुरक्षा किट की मांग की, किट न मिलने पर कार्य बहिष्कार की बात कही.

एम्बुलेंस कर्मियों को सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराई गई.

पढ़ें पूरा मामला

दरअसल बबुरी क्षेत्र के गांव से एक मरीज को लाने की सूचना मिली तो वहां नियामताबाद ब्लॉक यूनिट की 108 एंबुलेंस पहुंच गई लेकिन वहां उस मरीज में कोरोना वायरस की संदिग्धता पर एम्बुलेंस चालक व टेक्नीशियन ने बिना सुरक्षा किट के मरीज को लाने से इनकार कर दिया. इसके बाद सीएमओ चन्दौली ने जिला अस्पताल परिसर स्थित एम्बुलेंस कर्मियों के आवास पर पहुंचकर पहले तो उन्हें फटकार लगाई और आवास खाली करने के निर्देश दिए. यहीं नहीं जब एम्बुलेंस कर्मियों ने सुरक्षा उपकरण की मांग की तो उन्होंने कहा कि यह उपकरण तुम्हारे लिए नहीं है, सिर्फ डॉक्टरों के लिए है. काम करो नहीं तो कार्रवाई की जाएगी.

एंबुलेंस चालकों ने जताई नाराजगी
सीएमओ के बयान के बाद एंबुलेंस चालकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को लाने एवं ले जाने के लिए एंबुलेंस में तत्काल सुरक्षा किट मुहैया कराई जाए, बिना इसके कार्य करना संभव नहीं है. स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा कराया जा रहा है, लेकिन एंबुलेंस कर्मचारियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है.

पिछले दिनों नोडल अधिकारी की तरफ से कोरोना वायरस के लिए तीन एंबुलेंस चिन्हित किए गए थे, जिसमें सभी व्यवस्थाएं की जाने की बात कही गई थी, लेकिन अबतक ऐसा नहीं हो सका. यहीं नहीं अब विभाग के अधिकारियों की ओर से चेतावनी भी दी रही है कि ऐसी परिस्थिति में न चाहते हुए हम सभी को काम छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

इस बाबत जब सीएमओ चन्दौली डॉ. आर के मिश्रा से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.

चंदौली: कोरोना से बचाव के लिए 108 और 102 एंबुलेंस के चालकों और कर्मियों को सुरक्षा किट अब तक उपलब्ध नहीं कराया गया है. जिससे एम्बुलेंस कर्मियों में कोरोना को लेकर भय व्याप्त है. परिजनों की सूचना पर बबुरी पहुंची एम्बुलेंस कोरोना के संदिग्ध होने पर बिना उन्हें लिए ही वापस आ गई, जिसके बाद सुरक्षा किट मुहैया कराए जाने के बाद एंबुलेंसकर्मी दोबारा मरीज को लेने के लिए रवाना हुए. इस घटना के बाद सीएमओ चन्दौली एम्बुलेंस कर्मियों पर बिफर गए और 24 घंटे में आवास खाली करने का आदेश दे दिया. यही नहीं उन्होंने एम्बुलेंस कर्मियों पर कार्रवाई करने की चेतवानी भी दी. जिस पर एम्बुलेंस कर्मियों ने नाराजगी जताते हुए सुरक्षा किट की मांग की, किट न मिलने पर कार्य बहिष्कार की बात कही.

एम्बुलेंस कर्मियों को सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराई गई.

पढ़ें पूरा मामला

दरअसल बबुरी क्षेत्र के गांव से एक मरीज को लाने की सूचना मिली तो वहां नियामताबाद ब्लॉक यूनिट की 108 एंबुलेंस पहुंच गई लेकिन वहां उस मरीज में कोरोना वायरस की संदिग्धता पर एम्बुलेंस चालक व टेक्नीशियन ने बिना सुरक्षा किट के मरीज को लाने से इनकार कर दिया. इसके बाद सीएमओ चन्दौली ने जिला अस्पताल परिसर स्थित एम्बुलेंस कर्मियों के आवास पर पहुंचकर पहले तो उन्हें फटकार लगाई और आवास खाली करने के निर्देश दिए. यहीं नहीं जब एम्बुलेंस कर्मियों ने सुरक्षा उपकरण की मांग की तो उन्होंने कहा कि यह उपकरण तुम्हारे लिए नहीं है, सिर्फ डॉक्टरों के लिए है. काम करो नहीं तो कार्रवाई की जाएगी.

एंबुलेंस चालकों ने जताई नाराजगी
सीएमओ के बयान के बाद एंबुलेंस चालकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को लाने एवं ले जाने के लिए एंबुलेंस में तत्काल सुरक्षा किट मुहैया कराई जाए, बिना इसके कार्य करना संभव नहीं है. स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा कराया जा रहा है, लेकिन एंबुलेंस कर्मचारियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है.

पिछले दिनों नोडल अधिकारी की तरफ से कोरोना वायरस के लिए तीन एंबुलेंस चिन्हित किए गए थे, जिसमें सभी व्यवस्थाएं की जाने की बात कही गई थी, लेकिन अबतक ऐसा नहीं हो सका. यहीं नहीं अब विभाग के अधिकारियों की ओर से चेतावनी भी दी रही है कि ऐसी परिस्थिति में न चाहते हुए हम सभी को काम छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

इस बाबत जब सीएमओ चन्दौली डॉ. आर के मिश्रा से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.

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