चंदौली: एक नाबालिग लड़की को डीडीयू आरपीएफ की 'मेरी सहेली टीम' ने रेस्क्यू किया. फिलहाल लड़की को चाइल्ड लाइन डीडीयू के सुपुर्द किया गया है, जहां से लड़की को उसके परिजनों को सौंपा जाएगा. डीडीयू आरपीएफ की मेरी सहेली टीम अपने उत्कृष्ठ कार्यों के चलते चर्चा में है. पिछले एक-दो महीनों में मेरी सहेली टीम कई यात्रियों के लिए मददगार साबित हुई है.
जानिए पूरा मामला
दरसअल सोमवार को डीडीयू आरपीएफ़ की मेरी सहेली टीम जंक्शन पर गश्त कर रही थी. इस दौरान 'मेरी सहेली टीम' की महिला उपनिरीक्षक अर्चना कुमारी मीना साथ में आरक्षी नरेशी बाई मीना और चाइल्ड हेल्प लाइन की महिला सदस्य चांदनी को प्लेटफॉर्म नंबर 3 के दिल्ली छोर पर एक नाबालिग लड़की रोती हुई मिली. पूछताछ करने पर नाबालिग लड़की ने बताया की वह घर से गुस्सा होकर अपने परिजनों को बिना बताए चली आई है. टीम द्वारा पूछने पर लड़की ने अपना नाम नजमा खातून, पुत्री अराफात गाज़ी, निवासी पश्चिम बंगाल बताई, जिसके बाद टीम द्वारा उक्त नाबालिग लड़की को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट डीडीयू पर लाया गया.
काउंसलिंग में लड़की ने बताया कि वह घर वालों से नाराज होकर परिजन को बिना बताए चली आई है. वहीं लड़की से मिली जानकारी के अनुसार उसके परिजनों को सूचित किया गया. इस सम्बन्ध में आरपीएफ़ प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि काउंसलिंग के बाद उक्त नाबालिग लड़की को चाइल्ड हेल्पलाइन डीडीयू को उनके परिजनों तक सही सलामत, सुरक्षित पहुंचाने के लिए सौंप दिया गया.