चंदौली : शहाबगंज थाना क्षेत्र के चकिया-चंदौली मार्ग पर बुधवार की रात जनवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लेकर लखनऊ जा रही बस अनियंत्रित होकर नहर के किनारे पलट गई. गुरुवार को 32 वर्षीय चालक का शव बस के नीचे दबा मिला. हालांकि, रात में ही घटनास्थल पहुंची पुलिस चालक को फरार बताती रही. सुबह शव मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
बताया जा रहा है कि भभुआ बिहार के सुरेंद्र चौहान 18 कार्यकर्ताओं के साथ जनवादी पार्टी की रैली में शामिल होने लखनऊ जा रहे थे. इस दौरान रात को अनियंत्रित बस बिजली के पोल से टकराकर पलट गई. इस घटना में 15 लोग घायल हो गए. पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र भेजा, लेकिन 32 वर्षीय बस चालक शहाबगंज निवासी छोटू धोबी का कुछ पता नहीं चला. पुलिस और स्थानीय लोग उसे फरार बताती रही.
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वहीं छोटू की खबर नहीं मिलने से परिजन रात भर परेशान रहे. गुरुवार को जब बस को सीधा किया गया तो मिट्टी में दबी छोटू की लाश मिली. जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया. छोटू के भाई सलाउद्दीन ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि पुलिस ने रात में सक्रियता दिखाई होती तो शायद छोटू की जान बच जाती.
इस बाबत एएसपी ऑपरेशन सुखराम भारती ने बताया कि 17 लोगों को लेकर लखनऊ जा रही बस पलट गई थी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल भिजवाया. गुरुवार सुबह क्रेन से रेस्क्यू करने पर उसका शव दबा हुआ मिला, जिसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
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