चंदौली: टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके जेवलिन खिलाड़ी शिवपाल सिंह रविवार को अपने पैतृक गांव हिंगुतरगढ़ पहुंचे, जहां उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया. धानापुर क्षेत्र के सैकड़ों की संख्या में बड़े बुजुर्ग और युवाओं ने गाजे-बाजे के साथ उनका स्वागत किया. वहीं, गांव पहुंचने पर उनके पिता रामाश्रय सिंह समेत सैकड़ों की संख्या में जुटे युवाओं ने तिरंगा लहरा कर उनका स्वागत किया. गांव पहुंचे शिवपाल ने भी अपने से बड़े बुजुर्गों के पांव छूकर आशीर्वाद लिया.
उन्होंने कहा कि ओलंपिक के दौरान कंधे में तकलीफ होने के कारण बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सका. जिसका उन्हें मलाल तो जरूर है, लेकिन एक नई ऊर्जा के साथ और मेहनत करके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का विश्वास दिलाता हूं. उन्होंने कहा कि आने वाले समय मे कॉमनवेल्थ, वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयारी चल रही है.
बता दें कि ओलंपिक से पूर्व प्रधानमंत्री मोदी व सीएम योगी ने जमकर तारीफ की थी. प्रधानमंत्री ने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में चंदौली के जेवलिन थ्रो खिलाड़ी शिवपाल सिंह का जिक्र करते हुए कहा था कि शिवपाल का पूरा परिवार ही इसी खेल से जुड़ा है. उनके पिता, चाचा और भाई सभी भाला फेंकने में एक्सपर्ट हैं. परिवार की यही परंपरा उनके लिए टोक्यो आलंपिक में काम आने वाली है. हालांकि शिवपाल सिंह इतिहास रचने से चूक गए.
ओलंपियन शिवपाल पहुंचे अपने पैतृक गांव, हुआ जोरदार स्वागत - शिवपाल सिंह
टोक्यो ओलंपिक में इस बार भारतीयों ने जलवा बिखेर दिया. भारत की झोली में खूब मेडल्स गिरे हैं. वहीं, प्रदेश के चंदौली के रहने वाले जेवलिन खिलाड़ी शिवपाल सिंह रविवार को टोक्यो से अपने पैतृक गांव हिंगुतरगढ़ पहुंचे, जहां उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया.
चंदौली: टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके जेवलिन खिलाड़ी शिवपाल सिंह रविवार को अपने पैतृक गांव हिंगुतरगढ़ पहुंचे, जहां उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया. धानापुर क्षेत्र के सैकड़ों की संख्या में बड़े बुजुर्ग और युवाओं ने गाजे-बाजे के साथ उनका स्वागत किया. वहीं, गांव पहुंचने पर उनके पिता रामाश्रय सिंह समेत सैकड़ों की संख्या में जुटे युवाओं ने तिरंगा लहरा कर उनका स्वागत किया. गांव पहुंचे शिवपाल ने भी अपने से बड़े बुजुर्गों के पांव छूकर आशीर्वाद लिया.
उन्होंने कहा कि ओलंपिक के दौरान कंधे में तकलीफ होने के कारण बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सका. जिसका उन्हें मलाल तो जरूर है, लेकिन एक नई ऊर्जा के साथ और मेहनत करके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का विश्वास दिलाता हूं. उन्होंने कहा कि आने वाले समय मे कॉमनवेल्थ, वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयारी चल रही है.
बता दें कि ओलंपिक से पूर्व प्रधानमंत्री मोदी व सीएम योगी ने जमकर तारीफ की थी. प्रधानमंत्री ने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में चंदौली के जेवलिन थ्रो खिलाड़ी शिवपाल सिंह का जिक्र करते हुए कहा था कि शिवपाल का पूरा परिवार ही इसी खेल से जुड़ा है. उनके पिता, चाचा और भाई सभी भाला फेंकने में एक्सपर्ट हैं. परिवार की यही परंपरा उनके लिए टोक्यो आलंपिक में काम आने वाली है. हालांकि शिवपाल सिंह इतिहास रचने से चूक गए.