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नेपाल जा रहे कोयले पर कस्टम विभाग ने लगाई रोक, व्यापारियों ने जताया आक्रोश - नेपाल कोल

चंदौली से नेपाल निर्यात हो रहे कोयले पर कस्टम विभाग ने रोक लगा दी है, जिससे व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त है. इस मंडी में कई प्रदेशों के व्यापारी, ड्राइवर, मजदूर हजारों की संख्या में अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.

नेपाल कोल निर्यात ठप होने से व्यापारियों में बढ़ा आक्रोश
नेपाल कोल निर्यात ठप होने से व्यापारियों में बढ़ा आक्रोश.
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Published : Mar 15, 2021, 7:34 AM IST

चन्दौली: जिले में पिछले दिनों आयातित कोयले पर कस्टम चोरी की बात सामने आने के बाद कारोबार पर सीधा असर पड़ा है. प्रगतिशील कोल व्यापारिक कल्याणकारी संस्था के अध्यक्ष धर्मराज यादव के नेतृत्व में रविवार को चंदासी कोल मंडी में एक प्रेस वार्ता बुलाई गई, जिसमें नेपाल जा रहे कोयले पर कस्टम विभाग द्वारा लगाई गई रोक पर व्यापारियों ने आक्रोश जताया. धर्मराज यादव ने कहा कि चंदासी कोयला मंडी में विदेशों में कोयला नहीं आयात किया जाता है, बेवजह कोल व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है.

व्यापार पर पड़ रहा सीधा असर

व्यापारियोंं ने कहा कि पिछले चार दशकों से एशिया की सबसे बड़ी कोल मंडी चंदासी से इन्हीं दस्तावेजों से कोयले का निर्यात किया जा रहा था. कस्टम विभाग द्वारा अचानक की गई कार्रवाई से निर्यात ठप हो गया, जिससे करोड़ों रुपये व्यापारियों का अधर में लटक गया है. वहीं प्रधानमंत्री द्वारा पड़ोसी देशों से निर्यात को बढ़ावा देने की योजना भी विराम लगता नजर दिख रहा है, जिससे देश को भी भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ सकती है. क्योंकि ऐसी हालात में नेपाल अपने उद्योगों को चलायमान रखने के लिए चीन जैसे देश की तरफ अपना रुख कर सकता है, जबकि इंडो-नेपाल व्यापार संधि में कोल निर्यात वैध माना गया है.

छापेमारी से कारोबार प्रभावित

कोल व्यवसायी सुभाष तुलसियान ने कहा कि कोयले का निर्यात रोकने का कोई आदेश नहीं है. अचानक कस्टम विभाग द्वारा की गई कार्रवाई से व्यापारियों में आक्रोश बढ़ा है. व्यापारी न तो चोर हैं और न ही बेईमान. फिर भी पिछले 15 दिनों से आयकर, कस्टम विभाग का लगातार छापेमारी से कारोबार प्रभावित हो गया.

जल्द रोक हटाने का आश्वासन

उन्होंने बताया कि व्यापारियों का एक दल लखनऊ कस्टम अधिकारी कमिश्नर वीके शुक्ला से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया. जिसपर जल्द से जल्द कोल निर्यात कराने की मंजूरी देने का आश्वासन दिया.

केंद्रीय मंत्री से मिलकर करेंगे वार्ता

मंडी के कोषाध्यक्ष कैलाश किशोर पोद्दार ने कहा कि इस मंडी में कई प्रदेशों के व्यापारी, ड्राइवर, मजदूर हजारों की संख्या में अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. लेकिन पिछले 15 दिनों से लगातार हो रही छापेमारी से व्यापारी वर्ग किंकर्तव्यविमूढ़ हो गया है. उन्होंने कहा कि अब हम व्यापारी जल्द ही उच्चाधिकारियों और संबंधित मंत्री से मिलकर वार्ता करेंगे, जिससे कि इस कार्य को सरलीकरण बनाया जाए. हम लोगों का व्यापार प्रभावित ना हो सके.

चन्दौली: जिले में पिछले दिनों आयातित कोयले पर कस्टम चोरी की बात सामने आने के बाद कारोबार पर सीधा असर पड़ा है. प्रगतिशील कोल व्यापारिक कल्याणकारी संस्था के अध्यक्ष धर्मराज यादव के नेतृत्व में रविवार को चंदासी कोल मंडी में एक प्रेस वार्ता बुलाई गई, जिसमें नेपाल जा रहे कोयले पर कस्टम विभाग द्वारा लगाई गई रोक पर व्यापारियों ने आक्रोश जताया. धर्मराज यादव ने कहा कि चंदासी कोयला मंडी में विदेशों में कोयला नहीं आयात किया जाता है, बेवजह कोल व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है.

व्यापार पर पड़ रहा सीधा असर

व्यापारियोंं ने कहा कि पिछले चार दशकों से एशिया की सबसे बड़ी कोल मंडी चंदासी से इन्हीं दस्तावेजों से कोयले का निर्यात किया जा रहा था. कस्टम विभाग द्वारा अचानक की गई कार्रवाई से निर्यात ठप हो गया, जिससे करोड़ों रुपये व्यापारियों का अधर में लटक गया है. वहीं प्रधानमंत्री द्वारा पड़ोसी देशों से निर्यात को बढ़ावा देने की योजना भी विराम लगता नजर दिख रहा है, जिससे देश को भी भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ सकती है. क्योंकि ऐसी हालात में नेपाल अपने उद्योगों को चलायमान रखने के लिए चीन जैसे देश की तरफ अपना रुख कर सकता है, जबकि इंडो-नेपाल व्यापार संधि में कोल निर्यात वैध माना गया है.

छापेमारी से कारोबार प्रभावित

कोल व्यवसायी सुभाष तुलसियान ने कहा कि कोयले का निर्यात रोकने का कोई आदेश नहीं है. अचानक कस्टम विभाग द्वारा की गई कार्रवाई से व्यापारियों में आक्रोश बढ़ा है. व्यापारी न तो चोर हैं और न ही बेईमान. फिर भी पिछले 15 दिनों से आयकर, कस्टम विभाग का लगातार छापेमारी से कारोबार प्रभावित हो गया.

जल्द रोक हटाने का आश्वासन

उन्होंने बताया कि व्यापारियों का एक दल लखनऊ कस्टम अधिकारी कमिश्नर वीके शुक्ला से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया. जिसपर जल्द से जल्द कोल निर्यात कराने की मंजूरी देने का आश्वासन दिया.

केंद्रीय मंत्री से मिलकर करेंगे वार्ता

मंडी के कोषाध्यक्ष कैलाश किशोर पोद्दार ने कहा कि इस मंडी में कई प्रदेशों के व्यापारी, ड्राइवर, मजदूर हजारों की संख्या में अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. लेकिन पिछले 15 दिनों से लगातार हो रही छापेमारी से व्यापारी वर्ग किंकर्तव्यविमूढ़ हो गया है. उन्होंने कहा कि अब हम व्यापारी जल्द ही उच्चाधिकारियों और संबंधित मंत्री से मिलकर वार्ता करेंगे, जिससे कि इस कार्य को सरलीकरण बनाया जाए. हम लोगों का व्यापार प्रभावित ना हो सके.

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