चंदौलीः मुख्तार अंसारी के करीबियों पर सरकार का शिकंजा और मजबूत होता जा रहा है. बाहुबली विधायक और माफिया मुख्तार के गुर्गे सलीम पर गुरुवार को कार्रवाई अमल में लाई गई. मुगलसराय के सतपोखरी स्थित सलीम की संपत्ति को पुलिस ने कुर्क कर दिया. जेल में बंद सलीम मूल रूप से वाराणसी का रहने वाला है और प्रतिबंधित मछली थाई मांगुर के अवैध कारोबार में लंबे अर्से से संलिप्त था. मुग़लसराय में कार्रवाई के साथ ही वारणसी में भी कुर्की की कार्रवाई जारी है.
सलीम के मुगलसराय के सतपोखरी स्थित एक घर पर पुलिस ने ताला जड़ दिया और सारी संपत्ति कुर्क कर दी. इस दौरान वाराणसी पुलिस की कार्रवाई में मुगलसराय के एसडीएम और मुगलसराय कोतवाली पुलिस भी मौजूद रही. पुलिस की मानें तो मुगलसराय स्थित करीब 9 लाख की संपत्ति को कुर्क किया गया. साथ ही उसके बैंक के अकाउंट में जमा 15 लाख रुपये को भी पुलिस ने फ्रीज कर दिया है. यही नहीं सलीम की वाराणसी स्थित प्रॉपर्टी पर कुर्की की कार्रवाई जारी है. पूरे मामले में इससे संबंधित और लोगों की पहचान की जा रही है और उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी.
बताते चलें कि 2012 में वाराणसी की कैंट विधानसभा से चुनाव लड़ चुके सलीम पर मुख्तार गिरोह की आर्थिक मदद करने और बदमाशों की जमानत कराने में अहम भूमिका निभाने का भी आरोप है. मुख्तार गिरोह के दम पर ही सलीम ने मुगलसराय समेत पूर्वांचल की अलग-अलग मछली मंडियों पर अपना वर्चस्व बना रखा था और व्यापारियों से जबरन वसूली भी करता था. पिछले दिनों वाराणसी के कैंट क्षेत्र निवासी प्रतिबंधित मछली कारोबारी और मुख्तार अंसारी के करीबी मोहम्मद सलीम और गिरोह के दो गुर्गे राजेश गुल्ली और आनंद मसीह के खिलाफ कैंट थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.
सलीम के खिलाफ की गई गैंगस्टर की कार्रवाई के तहत उसकी संपत्ति को कुर्क किया जा रहा है. उसके ऊपर प्रतिबंधित मछली के कारोबार समेत रंगदारी मांगे जाने के कई मामले दर्ज हैं.
-मुश्ताक अहमद, सीओ कैंट