चंदौली: अग्निपथ योजना को लेकर प्रदर्शन और आगजनी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. अलीनगर थाना आलमपुर ग्राम सभा के मुस्तफापुर में रविवार को उपद्रवियों ने जमकर बवाल काटा. उन लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव भी किया. वहीं, पुलिस की प्राइवेट जीप में आग भी लगा दी. सूचना के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और उपद्रवियों को वहां से खदेड़ने के साथ ही तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया. सूचना के बाद डीएम एसपी के अलावा कमिश्नर दीपक अग्रवाल, आईजी के सत्यनारायण भी मौके पर पहुंचे.
दरअसल, अलीनगर पुलिस रविवार को गश्त कर रही थी. इसी दौरान मुस्तफापुर गांव में लगभग 24 युवा एक साथ बगीचे में दिखे. अनहोनी की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने युवकों को एक साथ इकट्ठा न होने की हिदायत दी. इसी बात को लेकर पुलिसकर्मियों और युवकों में विवाद हो गया. कुछ युवकों ने पुलिस के वाहन पर पत्थर फेंके. इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाई तो युवा आक्रोशित हो उठे और पुलिस टीम के साथ चल रही प्राइवेट जीप को पलट दिया.
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इसके बाद पुलिस बैकफुट पर आ गई. बाद में युवकों ने वाहन में आग लगा दी. मुगलसराय कोतवाल के वाहन के शीशे भी तोड़ दिये. पुलिसकर्मियों ने किसी तरह खुद को बचाते हुए उच्चाधिकारियों को सूचित किया. घटना की जानकारी होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में एसपी के नेतृत्व में काफी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान मौके पर पहुंचे और उपद्रवियों को खदेड़ दिया.
कमिश्नर और आईजी ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया. साथ ही गांव के ही कुछ युवकों को गिरफ्तार किया. इस आगजनी की घटना के बाद एसपी चन्दौली ने शांति व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस पीएसी की तैनाती कर दी है. पुलिस इस घटना में शामिल लोगों को चिन्हित कर रही है. इसके अलावा अवांछनीय तत्वों की निगरानी के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है.
इस मामले में एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि घटना में शामिल लोगों को गैंगस्टर समेत गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि अग्निपथ योजना के विरोध के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है. जिले में पहले ही धारा 144 लागू कर दी गई है. वहीं, लोगों के एक साथ इकट्ठा होने अथवा कहीं आने-जाने पर रोक है.
उन्होंने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना भर्ती से जुड़े लोगों और कोचिंग संचालकों संग वार्ता की जा रही है. उन्हें समझाया और बताया जा रहा है कि वे आगजनी और हिंसक घटनाओं में शामिल न हो. कोई समस्या है तो उसे ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराएं. हम उसे आगे पहुंचाने का काम करेंगे. लेकिन किसी भी तरह हिंसा और अराजगता न फैलाए. राष्ट्र की संपत्ति को नुकसान न पहुंचाए.
उपद्रवियों की ओर से आगजनी, तोड़फोड़ और सरकारी सम्पत्तियों को नुकसान और पुलिस बल पर पथराव के आरोप में 4 लोगों पर अभियोग पंजीकृत किए गए हैं. जिनमें धारा 147, 148, 149, 323, 503, 506, 332, 353, 336, 307, 120-B के अलावा 3 और 4 सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम तथा धारा 7 सीएलए के तहत कुछ नामजद तथा 50 से अधिक अज्ञात के विरुद्ध अभियोग दर्ज किया गया है. इसमें से कुछ अभियुक्तों को गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्रवाई प्रचलित है. जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें गठित कर लगातार दबिश दी जा रही है. उपद्रवियों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई करने सहित नुकसान सम्पत्तियों की भरपाई भी इन्हीं से कराई जाएगी.
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