चंदौलीः कोरोना काल में जहां प्रिवेंशन ही इलाज है, ऐसे समय में योग का महत्व और बढ़ जाता है. छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देश भर के साथ ही जिले में भी योग दिवस मनाया गया. वहीं इस बार शिविरों का आयोजन कम ही किया गया, अधिकांश लोगों ने फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अकेले ही योग किया. इस दौरान डीएम नवनीत सिंह चहन ने भी योग कर लोगों से इसे अपनी आदत में डालने की अपील की.
21 जून, 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत
डीएम चंदौली नवनीत सिंह चहल ने कहा कि योग विद्या भारत की एक बहुत पुरातन विद्या है. भारत में योग पहले ही से किया जाता रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री की प्रेरणा से इसे 21 जून, 2015 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस के रुप में मनाया जाने लगा. इसके चलते आज यह विद्या घर-घर में लोकप्रिय हो गई है. आज गांव-गांव, शहर-शहर में स्कूल, कालेजों के अलावा विभिन्न क्लबों के माध्यम से भी योग प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए जिले में यह कार्यक्रम वृहद न होकर छोटे-छोटे समूहों या अकेले किया जा रहा है.
बच्चे जरूर करें योग
डीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी योग को अपनाकर निरोगी बनें और दूसरों को भी प्रेरित करें. कोरोना काल में जहां प्रिवेंशन ही क्योर है, ऐसे समय में योग का महत्व और बढ़ जाता है. योग में कई ऐसे आसन और प्राणायाम हैं, जिससे शरीर की बहुत अच्छी प्रतिरोधक क्षमता विकसित की जा सकती है. योग विद्या के साथ यदि आयुर्वेद का समावेश कर दिया जाए तो सारी की सारी बीमारियां समूल समाप्त हो सकती हैं. बड़ों के साथ बच्चों को योग की आदत डालनी चाहिए. योग विद्या के लिए दुनिया भारत की तरफ देख रही है.
रेलवे कर्मचारियों ने किया योग
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पं. दीन दयाल उपाध्याय मंडल के मंडल रेल प्रबंधक पंकज सक्सेना, मंडल महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष कली सक्सेना और मंडल के अन्य अधिकारियों द्वारा अपने-अपने आवास पर परिवार संग योगासन किया गया. यही नहीं मंडल के विभिन्न स्टेशनों के कर्मचारियों द्वारा भी अपने कार्य स्थल और आवास पर सपरिवार योगासन किया गया.