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मोदी चाय बेचकर PM बन सकते हैं, तो हम पान बेचकर MP क्यों नहीं : निर्दलीय प्रत्याशी

पीएम मोदी से प्रेरित होकर उनके संसदीय क्षेत्र से सटे चन्दौली में पान बेचने वाले रामकुमार शर्मा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में अपना नामांकन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि काशी में चाय वाले को प्रधानमंत्री बना दिया और उनसे सटे चन्दौली क्षेत्र से पान वाले को सांसद बना दे.

निर्दलीय प्रत्याशी रामकुमार शर्मा ने किया नामांकन.
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Published : Apr 30, 2019, 12:01 AM IST

चन्दौली: लोकतंत्र के महापर्व में देश का हर नागरिक अपने अपने तरीके से शरीक होने चाहता है. कुछ ऐसा ही नजारा जिले में देखने को मिला. जहां प्रत्याशी रामकुमार शर्मा पान की दुकान सजाकर नामांकन करने पहुंचे,और लोगों को पान भी खिलाया. उसके बाद अपने प्रस्तावकों संग नामांकन किया. उनका कहना है कि इसकी प्रेरणा उन्हें पीएम मोदी से मिली. जब वे चाय बेचकर पीएम बन सकते है, तो हम पान बेचकर सांसद क्यों नहीं.

निर्दलीय प्रत्याशी रामकुमार शर्मा ने किया नामांकन.

जिला निर्वाचन कार्यालय पर अपना नामांकन करने पहुंचे रामकुमार शर्मा की गाड़ी पर पान की दुकान की सजी हुई थी. पूरे बनारसी अंदाज में बाबा विश्वनाथ के शिवलिंग, घण्टा और राजशाही छतरी लगाकर दुकान सजी थी. निर्दलीय प्रत्याशी के रूप रामकुमार शर्मा जनता और समर्थकों को पान खिलाकर वोट की अपील कर रहे है.

रामकुमार शर्मा की माने तो चाय वाले के प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी से प्रेरणा लेकर वे भी सांसद बनने के लिए जिले से नामांकन किया है. मोदी जी तो केवल खुद को चाय वाला कहते रहे. उनको कोई चाय बनाते नहीं देखा है. लेकिन मैं पान की दुकान लेकर आया हूं. मैं एक गरीब का बेटा हूं, पान वाला हूं, पान बेचता हूं. उन्होंने कहा जब चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है. तो पान वाला सांसद क्यों नहीं बन सकता.

चन्दौली: लोकतंत्र के महापर्व में देश का हर नागरिक अपने अपने तरीके से शरीक होने चाहता है. कुछ ऐसा ही नजारा जिले में देखने को मिला. जहां प्रत्याशी रामकुमार शर्मा पान की दुकान सजाकर नामांकन करने पहुंचे,और लोगों को पान भी खिलाया. उसके बाद अपने प्रस्तावकों संग नामांकन किया. उनका कहना है कि इसकी प्रेरणा उन्हें पीएम मोदी से मिली. जब वे चाय बेचकर पीएम बन सकते है, तो हम पान बेचकर सांसद क्यों नहीं.

निर्दलीय प्रत्याशी रामकुमार शर्मा ने किया नामांकन.

जिला निर्वाचन कार्यालय पर अपना नामांकन करने पहुंचे रामकुमार शर्मा की गाड़ी पर पान की दुकान की सजी हुई थी. पूरे बनारसी अंदाज में बाबा विश्वनाथ के शिवलिंग, घण्टा और राजशाही छतरी लगाकर दुकान सजी थी. निर्दलीय प्रत्याशी के रूप रामकुमार शर्मा जनता और समर्थकों को पान खिलाकर वोट की अपील कर रहे है.

रामकुमार शर्मा की माने तो चाय वाले के प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी से प्रेरणा लेकर वे भी सांसद बनने के लिए जिले से नामांकन किया है. मोदी जी तो केवल खुद को चाय वाला कहते रहे. उनको कोई चाय बनाते नहीं देखा है. लेकिन मैं पान की दुकान लेकर आया हूं. मैं एक गरीब का बेटा हूं, पान वाला हूं, पान बेचता हूं. उन्होंने कहा जब चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है. तो पान वाला सांसद क्यों नहीं बन सकता.

Intro:चन्दौली - लोकतंत्र के महापर्व चुनाव में देश का हर नागरिक अपने अपने तरीके से शरीक होने चाहता है. कोई चुनाव लड़कर तो कोई चुनाव में वोट देकर. इस महापर्व के दौरान चुनाव के अलग अलग रंग भी देखने को मिलते है. कुछ ऐसा ही नजारा चन्दौली में देखने को मिला. जहां प्रत्यासी राजकुमार शर्मा पान की दुकान सजाकर नामांकन करने पहुँचे,और लोगों को बाकायदा पान खिलाया. उसके बाद अपने प्रस्तावकों संग नामांकन किया. उनका कहना है कि इसकी प्रेरणा उन्हें पीएम मोदी से मिली. जब वे चाय बेचकर PM बन सकते है, तो हम पान बेचकर MP क्यों नहीं ?


Body:2014 लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने खुद को चाय बेचने वाले के तौर पर खुद प्रजेंट किया और पूरा चुनावी प्रचार उसी की तर्ज पर सेट किया गया. जिसमें चाय पर चर्चा काफी हिट भी रहा. मोदी वाराणसी से चुनाव लड़े और जीतने के बाद प्रधानमंत्री भी बने. पीएम मोदी की इसी बात से प्रेरित होकर उनके संसदीय क्षेत्र से सटे चन्दौली में पान बेचने वाले रामकुमार शर्मा ने अपना नामांकन किया और कहा कि बनारस की संस्कृति है लोगों को चाय पान कराना. काशी में चाय वाले को प्रधानमंत्री बना दिया और उनसे सटे क्षेत्र चन्दौली से पान वाले को सांसद बना दे.

जिला निर्वाचन कार्यालय पर अपना नामांकन करने पहुँचे राजकुमार वर्मा की गाड़ी पर पान की दुकान की सजी हुई है. पान की हरी पत्तियों पर चुने के साथ कत्था मिलाकर रंग लोगों पर इसका रंग चढ़ाने में जुटे है. पूरे बनारसी अंदाज में बाबा विश्वनाथ के शिवलिंग, घण्टा और राजशाही छतरी लगाकर दुकान सजी है. प्रत्यासी के रूप रामकुमार शर्मा जनता और समर्थकों को पान खिलाकर वोट की अपील कर रहे है. नामांकन का यह अनोखा अंदाज लोगों के बीच खासा आकर्षण का केंद्र बना रहा.

रामकुमार शर्मा की माने तो चाय वाले के प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी से प्रेरणा लेकर वे भी सांसद बनने के लिए चंदौली से नामांकन किये है. मोदी जी तो केवल खुद को चाय वाला कहते रहे. उनको कोई चाय बनाते नहीं देखा है . लेकिन मैं पान की दुकान लेकर आया हूं. मैं एक गरीब का बेटा हूं. पान वाला हूं, पान बेचता हूं, और प्रमाण के लिए मैं पान की दुकान को नामांकन के लिए लेकर आया हूँ. उन्होंने कहा जब चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है. तो पान वाला सांसद क्यों नहीं बन सकता ?

बहरहाल चुनाव में जनता चाय वाले के साथ रहेगी या पान बेचने वाले के साथ. ये तो आगामी 23 मई को ही पता चल पाएगा. लेकिन नामांकन का यह अनोखे अंदाज खासा आकर्षण का केंद्र जरूर बना रहा.

वॉक थ्रू कमलेश

कमलेश गिरी
चन्दौली
7080902460



Conclusion:
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