चंदौलीः अपहरण कांड में परिजनों की मानें तो घटना के अगले ही दिन पुलिस ने आकाश और दो अन्य लोगों को उठाया था, लेकिन पुलिस लाइन में बुधवार को किए गए खुलासे में फरार बताया गया. परिजनों का कहना है कि यदि उनका बेटा किसी घटना में संलिप्त है तो उसका चालान कर जेल भेजा जाए. जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची किरन सिंह का कहना है कि कप्तान की मौजूदगी में बलुआ पुलिस ने उनके बेटे आकाश, अभिषेक और उनके पति रामविलास सिंह को गिरफ्तार किया. बुधवार तक सभी को वह थाने पर ही खाना देने गई थी, लेकिन गुरुवार को बता रहे हैं कि वो चले गए.
यह है पूरा मामला
बलुआ थाना क्षेत्र के रईया गांव निवासी डॉक्टर अमरेश्वर की चहनिया बाजार स्थित क्लिनिक से घर जाते समय बदमाशों ने सोमवार की देर शाम अपहरण कर लिया था. इसके बाद लगातार पुलिस सक्रिय रही और संभावित ठिकानों पर दबिश देने में जुटी रही. इसी क्रम में बुधवार की सुबह 4 बजे फिरौती की रकम लेकर कार से जा रहे, बदमाशों से पुलिस की अलीनगर के बिलारीडिह में मुठभेड़ हो गई. जिसमें एक बदमाश राजीव सिंह को पैर में गोली लग गई. जबकि साथी बदमाश सुरेश यादव को गिरफ्तार कर लिया. जिसकी निशानदेही पर अन्य दो बदमाश सत्यम पटेल और अभिषेक त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया.
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पुलिस ने बताया आरोपी हैं फरार
पुलिस खुलासे में यह बात सामने आई है कि अपहरण की इस घटना का मास्टरमाइंड बलुआ के हुदहुदीपुर निवासी आकाश सिंह हैं. जिनके द्वारा अपने गिरोह के सदस्य राजीव सिंह को यह बताया गया था कि मेरे गांव के पास का एक डाक्टर है, जिसके पास बहुत पैसे, कई मकान, क्लिनिक और अच्छी-अच्छी गाड़ियां हैं. जिसको उठाने पर काफी पैसा मिल सकता है. इसी बात पर ये सभी मिलकर योजनाबद्ध तरीके से अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर अपहरण की इस घटना को अंजाम दिया. आकाश सिंह को पुलिस फरार बता रही है, लेकिन परिजन इसे पुलिस के कब्जे में बता रहे हैं.