चंदौली : जिले के सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के चतुर्भुजपुर गांव के अनमोल यादव हत्याकांड मामले में परिजनों ने न्याय के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. जिसका संज्ञान लेते हुए सकलडीहा कोतवाली पुलिस को हलफनामा और साक्ष्य के साथ कोर्ट में तलब किया है. इस मामले को लेकर अनमोल के भाई अचरज ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी.
दअरसल अनमोल यादव की मौत मामले को लेकर पुलिस द्वारा कोई सार्थक कदम नहीं उठाए जाने से न्याय नहीं मिलने के कारण मृतक के भाई अचरज यादव ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए हलफनामे के साथ सकलडीहा पुलिस को तलब किया है. अचरज यादव के वकील की तरफ से दायर याचिका की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने नोटिस भेजते हुए निर्देश दिया है कि आरोपों की प्रकृति के संबंध में सकलडीहा पुलिस मामले में अब तक की गई जांच का विवरण देते हुए अपना व्यक्तिगत हलफनामा दायर करे. साथ ही यह भी जवाब दे कि क्यों याचिकाकर्ता और अन्य गवाहों का बयान अब तक दर्ज नहीं किया गया है.
पुलिस पर लीपापोती का आरोप
इस संबंध में पीड़ित के भाई ने पुलिस पर सच को छुपाने उन दोषियों को बचाने का आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस से न्याय नहीं मिलने के कारण न्यायालय की शरण लेनी पड़ी. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर हम लोगों से कोई बयान भी आज तक पुलिस ने दर्ज नहीं किया. इसमें पूरी तरह से पुलिस लीपापोती में जुटी है.
कुएं में मिला था शव
दरअसल 29 अगस्त 2020 को चतुर्भुज पुर गांव के समीप कुएं में संदिग्ध हालत में अनमोल यादव का शव मिला था. जबकि अनमोल दो दिन पूर्व से गायब था. जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी सकलडीहा थाने में दर्ज कराई गई. लेकिन लापरवाही तब सामने आई, जब युवक के लापता होने पर भी पुलिस ने युवक के घर पर होने की बात ट्विटर पर बताई थी. इसके एक दिन बाद युवक का शव कुंए में मिला.