मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए उनके उपचार की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा है कि प्रभुपुर गांव में संदीप यादव की नींव की खुदाई का काम चल रहा था. मजदूर नींव से ईंट निकालने में जुटे थे. तकरीबन चार फीट नींव खोदी जा चुकी थी. अचानक पड़ोसी चंद्रभान द्विवेदी की पक्की दीवार भरभरा कर गिर पड़ी. मजदूरों को जान बचाने के लिए एक पल का मौका नहीं मिला, और काम कर रहे चार मजदूर दीवार के मलबे में दब गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से काफी मशक्कत के बाद मलबे में दबे तीन शवों को बाहर निकाला. वहीं, बड़ी हादसे की जानकारी होते ही एसडीएम, तहसीलदार और चंदौली एसपी मौके पर पहुंचे और घटना के बाबत जानकारी ली.
इस घटना में ईंट निकाल रहे तीन मजदूर राजेश कुमार (28 वर्ष) पुत्र दशरथ, संदीप राम (28 वर्ष) पुत्र घरभरन, चन्द्रभूषण राम (32 वर्ष) पुत्र फेंकू की मलबे की नीचे दबकर मौत हो गई. सभी दलित वर्ग सें हैं और ठेका लेकर काम कर रहे थे. घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि सभी मजदूर अमिलाई गांव के रहने वाले थे. डीएम ईशा दुहन ने बताया कि मृतक परिजनों को कृषक दुर्घटना बीमा योजना के तहत 5-5 लाख का लाभ, पारिवारिक लाभ योजना, निराश्रित पेंशन योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. पुलिस ने मृतक चंद्रभूषण के भाई चंद्रशेखर की तहरीर पर भू-स्वामी संदीप यादव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और निर्माण कार्य के दौरान हादसे में मौत की धारा में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
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