चंदौली: यूपी बिहार बार्डर स्थित नौबतपुर वन विभाग और प्रवर्तन विभाग में भ्रष्टाचार की खबरें सामने आती रहती हैं. बीते दिनों एक वन दारोगा अवैध वसूली करते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था. वन विभाग के लोग मामले में भ्रष्टाचार के आरोपी वन दारोगा केशव सिंह और चालक के समर्थन में उतर आए हैं. पुलिसिया कार्रवाई को गलत ठहराते हुए उनकी रिहाई के साथ ही शासन से मुकदमा वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
27 नवम्बर को एक ट्रक राजस्थान के जयपुर से आंवला लादकर जा रही थी, तभी बगही गांव के समीप एनएच 2 पर वन दारोगा ने ट्रक को रोककर कागजात चेक करने लगे. सब कुछ सही पाए जाने पर अभिवहन के नाम एक हजार रुपये की मांग की. बाद में ट्रक ड्राइवर ने वन दारोगा को 500 रुपये दिया.
गस्त के दौरान वन दारोगा गिरफ्तार
इसी दौरान गस्त कर रहे सीओ ट्रैफिक मौके पर पहुंच गए और अवैध वसूली के आरोप में वन दारोगा केशव सिंह और चालक आलोक पांडे को गिरफ्तार किया कर लिया. जिसके बाद सीओ ट्रैफिक की तहरीर पर सैयदराजा थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया. जिसपर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी वन दारोगा और चालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
इसे भी पढ़ें- जलाए जाने के बाद मदद के लिए एक किमी तक चली उन्नाव गैंगरेप पीड़िता
नौबतपुर वन रेंज कार्यालय के वनकर्मी अवैध वसूली के आरोपी के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई पर नाराजगी जताई है. नाराज वन कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया है.साथ ही समर्थन में उतरे वन कर्मी मुकदमा वापस लेने की मांग कर रहे है.
जानें क्या कहते हैं वनकर्मी
वन कर्मियों का कहना है कि वन दारोगा के खिलाफ की गई कार्रवाई गलत है. इसके विरोध में 22 दिसंबर तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. यदि 22 दिसंबर तक मुकदमा वापस लेने की कार्रवाई नहीं कि गई तो 23 दिसंबर को डीएम कार्यालय का भी घेराव करेंगे. यहीं नहीं मुकदमा वापस न लेने पर प्रदेश व्यापी आंदोलन की धमकी भी दी.