चंदौली : कृषि विधेयक के खिलाफ किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर परेड में शामिल होने मंगलवार को 500 किसानों का जत्था ओडिसा से बिहार के रास्ते नौबतपुर चंदौली होते हुए दिल्ली को रवाना हुआ. इस दौरान किसानों के समर्थन में यूपी-बिहार बार्डर पर राजद विधायक सुधाकर सिंह और उनके समर्थकों की चंदौली पुलिस से नोंकझोक भी हुई.
ट्रैक्टर परेड में शामिल होने जा रहे किसान
दरअसल, कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने के लिए देशभर से किसान राजधानी दिल्ली में जुट रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को ओडिशा से चला 500 किसानों का जत्था यूपी-बिहार के बॉर्डर नौबतपुर पहुंचा. जहां जिला प्रशासन ने उन्हें रोककर पैदल मार्च न करने और शांति पूर्वक अपने गंतव्य को जाने का आग्रह किया. लेकिन किसान पैदल जाने के लिए अड़े रहे. उड़ीसा के नव निर्माण कृषक संगठन के राष्ट्रीय संयोजक अक्षय कुमार ने जिला प्रशासन के पैदल मार्च रोकने पर कहां कि केंद्र सरकार और यूपी सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए किसानों को रोकना चाहती है, लेकिन वे रुकने वाले नहीं. इसके बाद जत्था बसों में बैठकर दिल्ली के लिए रवाना हो गया.
किसानों के समर्थन में आए आरजेडी विधायक
किसानों के समर्थन में बिहार के आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह, संगीता कुमार और भरत बिंद भी पैदल मार्च करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास करने लगे. लेकिन पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए उन्हें आगे जाने से रोक दिया. सीओ सदर कुंवर प्रभात सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि वापस चले जाएं, वरना धारा 144 के उल्लंघन में उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. जिस पर रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह और उनके समर्थक पुलिस से उलझ गए. लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे विधायक को वहां से वापस जाना पड़ा. इस दौरान एएसपी प्रेमचंद, एसडीएम विजय नारायण सिंह, सीओ सदर कुंवर प्रभात सिंह, सीओ चकिया प्रीति त्रिपाठी समेत भारी पुलिस बल तैनात रही.