चंदौली: जिले में बारिश न होने के कारण सिंचाई के अभाव में धान की फसल सूख रही है. वहीं, बिजली कटौती के कारण फसलों को पानी नहीं मिला पा रहा है. इससे गुस्साए कई गांवों के किसानों ने शनिवार को चंदौली मुख्यालय पर नेशनल हाईवे को जाम (Farmers blocked the National Highway) कर दिया. इस दौरान किसानों ने बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ नारेबाजी की और महकमे के अफसरों को आड़े हाथों लिया. आरोप है कि विभागीय उदासीनता और लापरवाही के कारण चंदौली के किसानों की फसलें सूख रही है. इससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है.
जिले भर के किसानों की फसलें इन दिनों सूखी पड़ीं है. फसलों को पानी की दरकार है. किसानों का कहना है कि बिजली कटौती के कारण हम सभी के निजी और राजकीय नलकूपों का संचालन नहीं हो पा रहा है, जिससे खेतों में दरारें दिखने लगी है और फसल पानी के अभाव में पीली पड़ने लगी है. बार-बार मिन्नत और शिकायत के बाद भी बिजली विभाग के अफसरों की लापरवाही दूर नहीं हुई. ऐसे में हम सभी किसानों को सिवान छोड़कर सड़क पर उतरना पड़ा है. किसानों ने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का रवैया किसान विरोधी व गैरजिम्मेदाराना है. इसे अब किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. किसान सड़क से तभी हटेंगे, जब उनके फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी का बंदोबस्त जिला प्रशासन की ओर से किया जाएगा.
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किसान अब पूरी तरह से आर-पार की लड़ाई के मूड में है. सिवान में फसलों को बचाने के लिए ऐसे ही सड़कों पर आंदोलन होंगे. किसान नेशनल हाईवे पर डटे रहे, जिस कारण चक्काजाम की स्थिति कायम हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे और जिलाधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे हैं.