चन्दौली : जिले के सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित किसान सम्मेलन में शिरकत करने अपने संसदीय क्षेत्र चन्दौली पहुंचे. इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने नए कृषि कानून का विरोध कर रहे लोगों पर जमकर निशाना साधा. वहीं मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यह आंदोलन पंजाब के कुछ संगठित लोगों और आढ़तियों द्वारा चलाया जा रहा है. यही वजह है कि सरकार और किसानों के बीच बात नहीं बन पा रही है. वहीं उन्होंने राहुल गांधी की समझ पर भी सवाल उठाए.
'किसानों के नाम पर आंदोलन कर रहे संगठित आढ़ती'
मोदी कैबिनेट के केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे ने कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन पर सवालिया निशान खड़ा किया. उन्होंने कहा कि इस धरती पर न जाने कितने आंदोलन हुए हैं, लेकिन आपने ऐसा आंदोलन नहीं देखा होगा, जहां मसाज और सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहे हों. आजादी के 72 बरस की आजादी में ऐसा आंदोलन नहीं दिखा. यह जो संगठित आढ़ती लोग हैं, उनको लगता है कि मेरे हितों को चोट पहुंचेगी. देश में 135 करोड़ में जो करीब 100 करोड़ किसान हैं, उनके हितों के बदले लोग अपने हितों की सोच रहे हैं. यहीं पर दिक्कत है. अगर वह सबका सोचेंगे तो इसका स्वागत है. किसानों का सम्मान है.
'तर्क और तथ्य के साथ बातचीत के सभी रास्ते खुले हैं'
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सरकार ने तो इतनी विनम्रता से कई राउंड की वार्ता की. किसानों को भी विचार करना चाहिए. मोदी जी ने कहा है कि तर्क और तथ्य के आधार पर बातचीत करें. बातचीत के सारे रास्ते खुले हैं. किसान नेता टिकैत जी और उनके साथियों को इस पहल का स्वागत करना चाहिए.
'अपना आधार खो चुकी है कांग्रेस'
राहुल गांधी द्वारा गुरुवार को भारतीय लोकतंत्र के बारे में दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि लोकतंत्र की इससे बेहतर तस्वीर क्या हो सकती है. जब देश के प्रधानमंत्री डिजिटल माध्यम से देश के लोगों और किसानों को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राहुल गांधी की समझदारी में कठिनाई है. शायद यही वजह है कि हर सप्ताह उनके ऊपर एक सवालिया निशान खड़ा हो जाता है. कांग्रेस अपना आधार खो चुकी है. इतनी पुरानी पार्टी पर कभी- कभी दया आती है.