चंदौली: देश के अतिपिछड़े जिलों में युवा जिलाधिकारियों की तैनाती के पीछे शासन की मंशा जमीन पर उतरती दिख रही है. जी हां अपने काम को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहने वाली ईशा दुहन का उस वक्त लेडी सिंघम अवतार को देखने को मिला. जब निरीक्षण के दौरान घटिया क्वालिटी के निर्माण पर डीएम नाराज हो गईं और हाथ में ईंट लेकर कहा छोडूंगी नहीं.
दरअसल, गोवर्धन पूजा के दिन छुट्टी का सदुपयोग करते हुए डीएम ने निर्माणाधीन इकाई का निरीक्षण किया. इसी क्रम में चकिया क्षेत्र के निर्माणाधीन आईटीआई बिल्डिंग निर्माण स्थल पर पहुच गई. जहां बिल्डिंग निर्माण प्रक्रिया की धीमी प्रगति से नाराजगी जताई. लेकिन उस वक्त डीएम ईशा दुहन अपने आपे से बाहर हो गई जब बिल्डिंग निर्माण में दोयम दर्जे का सामान इस्तेमाल होता दिखा.
उन्होंने बिल्डिंग निर्माण में इस्तेमाल के लिए रखे गए ईंटो को पहले तो हाथों में उठकर चेक किया. कहा कि मुझे कोई थर्ड क्वालिटी की चीज का इस्तेमाल होते हुए यहां मिला तो मैं आपके और आपके कांट्रेक्टर पर एक्शन लूंगी. ईशा दुहन वहां मौजूद अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि सभी सामग्री इसका सैंपल लीजिए और उसकी टेस्टिंग कराइए. देखने से ही पता चल रहा है कि सामान थर्ड ग्रेड का है. उन्होंने कहा कि थर्ड क्वालिटी का मैटेरियल इस्तेमाल नहीं होगा. अगर इस तरह की स्थिति आगे दिख गई तो मैं छोडूंगी नहीं.
जिलाधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि बुधवार को फिरोजपुर, चकिया स्थित निर्माणधीन आईटीआई भवन का निरिक्षण किया गया. निरिक्षण के दौरान कार्य की प्रगति धीमी पाई गई और मौके कम मजदूर कार्य करते हुए पाए गए, जिस पर नाराजगी जताते हुए तेजी से निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए. उन्होंने मौके से ईंट, सीमेंट, सरिया आदि सामग्री का सैंपल लेकर टेक्निकल टीम को गुणवत्ता की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. अगर निर्धारित मानक के अनुसार निर्माण सामग्री नहीं पाई गई या घटिया सामग्री मिली तो सम्बंधित अभियंता और ठेकेदार के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.
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