चन्दौली: जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र में लगातार मौत की घटना से इलाके में हड़कंप की स्थिति है. पूर्व प्रधान अमड़ा रमेश राम की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि शनिवार को दिघवट गांव में टेंट व्यवसायी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. शव तालाब में मिलने से सनसनी फैल गयी है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
शुक्रवार से ही था लापता
दरअसल, सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत दिघवट गांव निवासी विजय राजभर शुक्रवार की सुबह घर से निकला था, जिसके बाद वह घर वापस नहीं आया. परिजनों ने विजय की काफी तलाश की, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी. वहीं शनिवार को नहर किनारे गए ग्रामीणों की नजर नहर में एक अज्ञात शव पर पड़ी. ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू किया तो मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गयी.
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का शिनाख्त कराया, तो शव का शिनाख्त दिघवट गांव निवासी विजय राजभर (32) के रूप में हुई. जिसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पीएम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया.
परिजनों में मचा कोहराम
वहीं मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया. मृतक चार भाई हैं. बड़ा भाई दिनेश, रमेश, विजय और डब्बल राजभर है. घटना के बाद पिता दूधनाथ, पत्नी लीलावती देवी और पुत्र (8) सचिन का रो-रोकर बुरा हाल है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत की वजह होगी स्पष्ट
सीओ सदर रामबीर सिंह ने बताया कि मृतक शौच करने के लिए गया हुआ था. मृतक को मिर्गी की बीमारी थी. अन्देशा जताया जा रहा है कि शौच के दौरान उसे मिर्गी का अटैक आया होगा और घास में पैर फंस जाने के कारण उसकी मौत हुई होगी.
बुजुर्ग की हत्या का नहीं हो सका खुलासा
करीब दो माह पूर्व भी दिघवट गांव के एक बुर्जुग किसान की नहर पर ईंट से कूंचकर हत्या कर दी गई थी, लेकिन अपराधी अब भी पुलिस की पहुंच से दूर बताए जा रहे हैं. लगातार मौत की घटना से इलाके में दहशत का माहौल है.