चंदौली: एशिया की सबसे बड़ी कोयले की मंडी कही जाने वाली चंधासी कोल मंडी एक बार फिर से सुर्खियों में है. इस बार इसकी वजह बनी है जीएसटी की चोरी, जहां कोल मंडी के एक बड़े व्यवसायी विशाल जगोटा पर आरोप है कि उसने अपने ही मुंशी के नाम पर धोखे से फर्म बनाकर एक करोड़ 40 लाख रुपये के राजस्व की चोरी कर ली. मामले में पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुगलसराय कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है. वहीं हद तो तब हो गई जब बिना कोई गलती किए जीएसटी नहीं भरने के आरोप में खुद पीड़ित शख्स विनोद को जेल भी जाना पड़ा था और तो और जब पीड़ित ने इसको लेकर एसपी से शिकायत की तो उसे असल आरोपी द्वारा अंजाम भुगतने की धमकी भी दी जा रही है.
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, साल 2012 में चंधासी कोल मंडी के व्यापारी विशाल जगोटा के यहां युवक विनोद ने बतौर मुंशी नौकरी शुरू की थी. इस दौरान उससे प्रमाण के नाम पर दस्तावेज ले लिए गए थे. पीड़ित का आरोप है कि प्रमाण के नाम पर लिए गए दस्तावेजों की मदद से व्यापारी ने उसके नाम पर धोखे से कोयले की फर्म का रजिस्ट्रेशन करा लिया और व्यापार शुरू कर दिया, जिसके बाद साल 2017 में चोरी का आरोप लगाते हुए मुंशी विनोद को काम से हटा दिया गया. इसके ठीक एक साल बाद 2018 में विनोद को उसके नाम पर राजस्व विभाग की ओर से नोटिस मिला, जिसमें एक करोड़ 12 लाख रुपये की जीएसटी बकाया का जिक्र था. वहीं हकबकाए विनोद ने जब इस पूरे मामले की पड़ताल की तो पता चला कि उसके नाम पर धोखे से एक फर्म रजिस्टर्ड कराई गई है, जिसके बकाया कर को लेकर उसे राजस्व विभाग ने नोटिस जारी की है.
पीड़ित ने की थी उच्चाधिकारियों से शिकायत
पीड़ित विनोद ने खुद के साथ हुई इस आपबीती से जिले के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत भी कराया लेकिन कोई सुनवाई तो दूर की बात नतीजा सिफर रहा. वहीं कोई पैरवी न होने के चलते पीड़ित विनोद को 26 मार्च 2018 को राजस्व के बकाया के आरोप में 14 दिनों के लिए जेल भी जाना पड़ा. इस पूरे वाकये ने पीड़ित युवक विनोद को इस कदर तोड़कर रख दिया कि उसने एसपी हेमंत कुटियाल से मिलकर आपबीती जाहिर करते हुए इच्छा मृत्यु की मांग की. जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी चंदौली ने प्रकरण की जांच सीओ सिटी को सौंपी है और विनोद को न्याय का आश्वासन दिया है.
वहीं बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले विनोद चौहान के परिवार में घटना के बाद से ही खलबली मची हुई है, और अब पीड़ित विनोद और उसके परिजन न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं. पीड़ित के पिता उमा चौहान ब्लड प्रेशर और सांस के रोगी हैं. किसी तरह परिवार का गुजारा चल रहा है. उनका कहना है कि हम इतनी बड़ी रकम कहां से जमा कर पाएंगे. यही नहीं अब उन्हें एक और भी डर सता रहा है की इस दबाव के बीच या तो उनका बेटा आत्महत्या कर लेगा या फिर उसकी हत्या हो जाएगी.
वहीं सीओ सिटी त्रिपुरारी पांडेय ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिनों पूर्व युवक ने पुलिस अधीक्षक के यहां जाकर व्यापारी पर फर्जी तरीके से फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए इच्छा मृत्यु की मांग की थी. जिसके बाद एसपी चंदौली ने इस पूरे मामले की जांच उन्हें सौंपी थी. इस प्रकरण में प्रारंभिक जांच के बाद युवक की तहरीर पर व्यापारी विशाल जगोटा के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है, जिसकी विवेचना की जा रही है.