चंदौली : योगी सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद भी पुलिसकर्मी सरकार और विभाग की साख पर बट्टा लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र से सामने आया है. आरोप है कि कैलावर चौकी इंचार्ज ने बलुआ थाने पर बुलाकर ग्राम प्रधान से मारपीट और अभद्रता की है.
बुधवार को कई ग्राम प्रधानों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर कैलावर चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. एसपी कार्यालय पहुंचे चहनियां ब्लाक के इटवा से ग्राम प्रधान सिद्धार्थ मौर्य ने बताया, कि इटवा में यूपी सरकार के आदेश पर सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य कराया जा रहा था. समुदायिक शौचालय को कुछ शरारती तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया. इसकी शिकायत उन्होंने डायल 112 पुलिस से की थी. ग्राम प्रधान सिद्धार्थ मौर्य ने घटना की सूचना बलुआ थाना प्रभारी को भी दी थी. उन्होंने जब थाने जाकर थाना प्रभारी को घटना के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया, तो थाना प्रभारी ने कैलावर चौकी इंचार्ज द्वारा समस्या का निराकरण करने की बात कही. कुछ समय बाद कैलावर चौकी इंचार्ज बलुआ थाने पर आए और ग्राम प्रधान सिद्धार्थ मौर्य को बुलाकर जातिसूचक गालियां देते हुए अभद्रता की.
इस दौरान चौकी प्रभारी ने ग्राम प्रधान का मोबाइल भी छीन लिया और मारपीट की. ग्राम प्रधान इटवा द्वारा विरोध करने पर चौकी प्रभारी ने जेल भेजने की धमकी दी और धारा 107, 116 व 151 में चालान कर दिया. इस घटना के संबंध में आज चंदौली जिले के कई ग्राम प्रधानों का एक समूह एसपी अमित कुमार से मिला. प्रधानों ने एसपी से कैलावर चौकी इंचार्ज को हटाने की मांग की.
एसपी कार्यालय पहुंचे ग्राम प्रधानों का कहना है कि यदि आरोपी चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो वह आंदोलन करेंगे. इस संबंध में जिलाध्यक्ष पवन प्रताप सिंह ने पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अमानवीय कृत्य है, लिहाजा चौकी प्रभारी कैलावर के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए. एसपी अमित कुमार ने प्रकरण की जांच के लिए सीओ सकलडीहा को निर्देशित किया है. साथ ही जांच कराकर उचित कार्रवाई करने का अश्वासन दिया है.
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