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चंदौली में सड़कों की हालत जर्जर, करोड़ों की लागत से बनीं सड़कें महीनों में क्षतिग्रस्त

यूपी के चंदौली में सड़कों की हालत एकदम जर्जर है. जिले की प्रमुख सड़कों में गड्ढे हो गए हैं. सड़कों पर राहगीर जान जोखिम में डालकर यात्रा करते हैं.

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सड़कों की जर्जर हालत से यात्री परेशान.
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Published : Aug 27, 2020, 10:40 PM IST

चंदौली: उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनते ही गड्ढा मुक्त सड़क सरकार की प्राथमिकता में शामिल था. सरकार ने प्रयास भी किए, लेकिन ओवरलोडिंग के खेल ने सरकार की मंशा पर पानी फेर दिया. करोड़ों की लागत से निर्मित जिले के सभी प्रमुख मार्ग खस्ताहाल हैं. इन सड़कों से गुजरने वाले लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं. ऊपर से बरसात के मौसम में सड़क पर बने गड्ढे आने-जाने वाले लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की कवायद की जा रही है.

सड़कों की जर्जर हालत से यात्री परेशान.

जिले में दीनदयाल नगर (मुगलसराय) से सकलडीहा की तरफ जाने वाली स्टेट हाईवे की हालत एकदम खस्ता है. 15 किलोमीटर लंबे इस सड़क का निर्माण 2016 में 19 करोड़ की लागत से हुआ था, लेकिन NH-2 से सकलडीहा जाने वाले ओवरलोड वाहनों के चलते सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है. इसी रास्ते से गाजीपुर, मऊ, गोरखपुर और अन्य जनपदों में प्रवेश करते हैं. यह सड़क बालू और गिट्टी के ओवरलोड वाहनों के चलते क्षतिग्रस्त हो चुका है. वहीं जिले में दूसरी सड़क स्टेट हाईवे पर कुचमन रेलवे क्रॉसिंग की हालत भी बेकार है. यहां क्रॉसिंग के ठीक बाद कई फीट गहरा गड्ढा है. सड़क से हिचकोले खाते हुए गाड़ियां निकलती हैं. सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे दिखाई देते हैं.

12 करोड़ की लागत से बना मार्ग क्षतिग्रस्त

जिले की तीसरी सड़क चन्दौली-सौदपुर मार्ग भी क्षतिग्रस्त है. इस सड़क को 2019 में ही बनाया गया था. 12 करोड़ की लागत से 30 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण कराया गया था, लेकिन ओवरलोडिंग के चलते यह सड़क भी दम तोड़ती दिखाई दे रही है. वजह है सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल और ओवरलोडिंग का खेल. यहां तो नो इंट्री में भी गाड़ियां फर्राटे भरती दिख जाती हैं.

जिले में दीनदयाल नगर से अलीनगर पचपेड़वा मार्ग भी क्षतिग्रस्त हैं. इस सड़क में एक तरफ सड़क गड्ढे में तब्दील हो चुकी है. बरसात का मौसम है और गड्ढों में पानी भर जाने की वजह से हालात और भी बदतर हो गए हैं. लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं. वहीं विभागीय अधिकारी इसे ठीक करने के बजाए आरोप-प्रत्यारोप में जुटे है. अधिकारियों ने सड़कों की खस्ताहाल स्थिति को लेकर सीधे तौर पर पल्ला छाड़ लिया. पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशासी अभियंता ने सड़कों की खराब हालत का जिम्मेदार ओवरलोड वाहन को ठहराया. उन्होंने कहा कि सड़क को गड्ढा मुक्त किये जाने के प्रयास किए जा रहे है. जल्द ही इन सभी खराब सड़कों को जरूरत के मुताबिक मजबूत बनाने की कवायद भी अमल में लाई जाएगी.

चंदौली: उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनते ही गड्ढा मुक्त सड़क सरकार की प्राथमिकता में शामिल था. सरकार ने प्रयास भी किए, लेकिन ओवरलोडिंग के खेल ने सरकार की मंशा पर पानी फेर दिया. करोड़ों की लागत से निर्मित जिले के सभी प्रमुख मार्ग खस्ताहाल हैं. इन सड़कों से गुजरने वाले लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं. ऊपर से बरसात के मौसम में सड़क पर बने गड्ढे आने-जाने वाले लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की कवायद की जा रही है.

सड़कों की जर्जर हालत से यात्री परेशान.

जिले में दीनदयाल नगर (मुगलसराय) से सकलडीहा की तरफ जाने वाली स्टेट हाईवे की हालत एकदम खस्ता है. 15 किलोमीटर लंबे इस सड़क का निर्माण 2016 में 19 करोड़ की लागत से हुआ था, लेकिन NH-2 से सकलडीहा जाने वाले ओवरलोड वाहनों के चलते सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है. इसी रास्ते से गाजीपुर, मऊ, गोरखपुर और अन्य जनपदों में प्रवेश करते हैं. यह सड़क बालू और गिट्टी के ओवरलोड वाहनों के चलते क्षतिग्रस्त हो चुका है. वहीं जिले में दूसरी सड़क स्टेट हाईवे पर कुचमन रेलवे क्रॉसिंग की हालत भी बेकार है. यहां क्रॉसिंग के ठीक बाद कई फीट गहरा गड्ढा है. सड़क से हिचकोले खाते हुए गाड़ियां निकलती हैं. सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे दिखाई देते हैं.

12 करोड़ की लागत से बना मार्ग क्षतिग्रस्त

जिले की तीसरी सड़क चन्दौली-सौदपुर मार्ग भी क्षतिग्रस्त है. इस सड़क को 2019 में ही बनाया गया था. 12 करोड़ की लागत से 30 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण कराया गया था, लेकिन ओवरलोडिंग के चलते यह सड़क भी दम तोड़ती दिखाई दे रही है. वजह है सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल और ओवरलोडिंग का खेल. यहां तो नो इंट्री में भी गाड़ियां फर्राटे भरती दिख जाती हैं.

जिले में दीनदयाल नगर से अलीनगर पचपेड़वा मार्ग भी क्षतिग्रस्त हैं. इस सड़क में एक तरफ सड़क गड्ढे में तब्दील हो चुकी है. बरसात का मौसम है और गड्ढों में पानी भर जाने की वजह से हालात और भी बदतर हो गए हैं. लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं. वहीं विभागीय अधिकारी इसे ठीक करने के बजाए आरोप-प्रत्यारोप में जुटे है. अधिकारियों ने सड़कों की खस्ताहाल स्थिति को लेकर सीधे तौर पर पल्ला छाड़ लिया. पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशासी अभियंता ने सड़कों की खराब हालत का जिम्मेदार ओवरलोड वाहन को ठहराया. उन्होंने कहा कि सड़क को गड्ढा मुक्त किये जाने के प्रयास किए जा रहे है. जल्द ही इन सभी खराब सड़कों को जरूरत के मुताबिक मजबूत बनाने की कवायद भी अमल में लाई जाएगी.

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