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बर्खास्त सिपाही निकला पशु तस्करों का सरगना, वसूली सूची वायरल कर आया था चर्चा में - वसूली सूची वायरल

चंदौली में बर्खास्त सिपाही अनिल सिंह मवेशियों की तस्करी करने वाले गिरोह का सरगना बताया जा रहा है. मंगलवार को स्वाट टीम और बबुरी पुलिस ने अनिल सिंह सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
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Published : Sep 7, 2021, 8:01 PM IST

चंदौलीः मुगलसराय पुलिस की अवैध वसूली लिस्ट वायरल कर चर्चा में आए बर्खास्त सिपाही अनिल सिंह पशु तस्करों के गिरोह का सरगना निकला. स्वाट टीम और बबुरी पुलिस ने मंगलवार को अनिल सिंह सहित गिरोह के सात सदस्यों को बनौली चट्टी के पास से पिकअप में लदे छह मवेशियों के साथ गिरफ्तार किया. तस्करों के पास से चोरी की पिकअप, 17 मोबाइल फोन, सोने की दो चेन, तीन अंगूठी और तकरीबन 17 हजार रुपये नकद बरामद हुए. पुलिस ने आरोपितों को जेल भेज दिया.

दरअसल पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि मिर्जापुर जनपद के डवक क्षेत्र से चोरी की पिकअप पर पशुओं को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा है. पुलिस और स्वाट टीम ने बनौली चट्टी के पास घेराबंदी कर सात तस्करों को पिकअप लदे मवेशियों के साथ घर दबोचा लिया. गिरोह का सरगना अनिल सिंह पुलिस महकमे का बर्खास्त सिपाही है.

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि सभी एक साथ पशुओं की तस्करी करते हैं. पशुओं को हाईवे से होते हुए नौबतपुर बॉर्डर के रास्ते बिहार ले जाते हैं. गिरोह का सरगना अनिल सिंह है. इसके संरक्षण में ही मवेशियों की तस्करी चल रही थी. अनिल सिंह को प्रति गाड़ी 800 रुपये दिए जाते थे. तस्कर प्रतिदिन 35 से 40 गाड़ियां बिहार बॉर्डर पास कराते थे. पूर्व में पुलिस विभाग से जुड़े होने के चलते अनिल सिंह इस काम को बखूबी अंजाम दे रहा था. उसे पता था कि पुलिस को कैसे चकमा दिया जा सकता है.

पकड़े गए तस्करों में अनिल सिंह के अलावा बाबू यादव निवासी शाहकुटी मुगलसराय, वीरेंद्र कुमार यादव निवासी टड़िया थाना अलीनगर, राजकुमार यादव निवासी टड़िया अलीनगर, किशन यादव निवासी नरैली बिहार, कमलेश साहनी और रमेश साहनी निवासी नौबतपुर सैयदराजा शामिल हैं.

गौरतलब है कि सिपाही अनिल कुमार सिंह पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे. साथ ही जनता के साथ दुर्व्यवहार और पुलिस की छवि खराब करने के भी गंभीर आरोप लगे थे. इसके बाद अनिल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए बर्खास्त किया गया था. यही नहीं मुगलसराय कोतवाली में नियुक्ति के दौरान अनिल पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे. मुगलसराय में पुलिस की अवैध वसूली लिस्ट वायरल करने के पीछे भी अनिल चर्चा में रहा था. इसी मामले में तत्कालीन कोतवाल शिवानंद मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी.

बबुरी पुलिस व स्वाट टीम पशु तस्करों के खिलाफ अभियान चला रही थी. इसी क्रम में गोवंश लदे पिकअप बरामद किया गया. साथ ही 7 तस्कर गिरफ्तार किए गए. जिसका सरगना बर्खास्त सिपाही अनिल सिंह है. सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

-अमित कुमार, एसपी

चंदौलीः मुगलसराय पुलिस की अवैध वसूली लिस्ट वायरल कर चर्चा में आए बर्खास्त सिपाही अनिल सिंह पशु तस्करों के गिरोह का सरगना निकला. स्वाट टीम और बबुरी पुलिस ने मंगलवार को अनिल सिंह सहित गिरोह के सात सदस्यों को बनौली चट्टी के पास से पिकअप में लदे छह मवेशियों के साथ गिरफ्तार किया. तस्करों के पास से चोरी की पिकअप, 17 मोबाइल फोन, सोने की दो चेन, तीन अंगूठी और तकरीबन 17 हजार रुपये नकद बरामद हुए. पुलिस ने आरोपितों को जेल भेज दिया.

दरअसल पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि मिर्जापुर जनपद के डवक क्षेत्र से चोरी की पिकअप पर पशुओं को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा है. पुलिस और स्वाट टीम ने बनौली चट्टी के पास घेराबंदी कर सात तस्करों को पिकअप लदे मवेशियों के साथ घर दबोचा लिया. गिरोह का सरगना अनिल सिंह पुलिस महकमे का बर्खास्त सिपाही है.

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि सभी एक साथ पशुओं की तस्करी करते हैं. पशुओं को हाईवे से होते हुए नौबतपुर बॉर्डर के रास्ते बिहार ले जाते हैं. गिरोह का सरगना अनिल सिंह है. इसके संरक्षण में ही मवेशियों की तस्करी चल रही थी. अनिल सिंह को प्रति गाड़ी 800 रुपये दिए जाते थे. तस्कर प्रतिदिन 35 से 40 गाड़ियां बिहार बॉर्डर पास कराते थे. पूर्व में पुलिस विभाग से जुड़े होने के चलते अनिल सिंह इस काम को बखूबी अंजाम दे रहा था. उसे पता था कि पुलिस को कैसे चकमा दिया जा सकता है.

पकड़े गए तस्करों में अनिल सिंह के अलावा बाबू यादव निवासी शाहकुटी मुगलसराय, वीरेंद्र कुमार यादव निवासी टड़िया थाना अलीनगर, राजकुमार यादव निवासी टड़िया अलीनगर, किशन यादव निवासी नरैली बिहार, कमलेश साहनी और रमेश साहनी निवासी नौबतपुर सैयदराजा शामिल हैं.

गौरतलब है कि सिपाही अनिल कुमार सिंह पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे. साथ ही जनता के साथ दुर्व्यवहार और पुलिस की छवि खराब करने के भी गंभीर आरोप लगे थे. इसके बाद अनिल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए बर्खास्त किया गया था. यही नहीं मुगलसराय कोतवाली में नियुक्ति के दौरान अनिल पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे. मुगलसराय में पुलिस की अवैध वसूली लिस्ट वायरल करने के पीछे भी अनिल चर्चा में रहा था. इसी मामले में तत्कालीन कोतवाल शिवानंद मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी.

बबुरी पुलिस व स्वाट टीम पशु तस्करों के खिलाफ अभियान चला रही थी. इसी क्रम में गोवंश लदे पिकअप बरामद किया गया. साथ ही 7 तस्कर गिरफ्तार किए गए. जिसका सरगना बर्खास्त सिपाही अनिल सिंह है. सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

-अमित कुमार, एसपी

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