मुरादाबाद: जनपद में पिछले 3 दिन से पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश से कोसी और रामगंगा नदी उफान पर है. जिसकी वजह से मैदानी इलाकों को बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया है. मुरादाबाद जनपद के मूंढापांडे थाना क्षेत्र में मुरादाबाद लखनऊ नेशनल हाइवे-9 पर बाढ़ का पानी आ गया. साथ ही कई गांव में बाढ़ का पानी आ गया. हाइवे पर पानी आने से कई घंटे से वाहनों की आवाजाही पूरी तरीके से बंद हो गई. बाढ़ के पानी मे से रोडवेज बस निकालने के चक्कर में एक बस पानी के बहाव में बह गई. किसी तरह से बस में फंसे यात्रियों को किसी तरह से सुरक्षित निकाला गया. इस दौरान एक मंदिर में बंधे 6 मवेशियों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बाढ़ का पानी इतना उफान पर है कि लखनऊ रेलवे मार्ग पर बने पुल को भी छूकर निकल रहा है. वहीं, जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच कर राहत कार्य मे जुटी हैं.
मैदानी इलाकों में भले ही 2 दिन लगातार मूसलाधार बारिश होने के बाद रुक गई, लेकिन पहाड़ी इलाकों में बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है. बे मौसम बारिश ने पहाड़ी इलाकों सहित मैदानी इलाकों में भी कोहराम मचा रखा है. जिसकी वजह से कोसी और रामगंगा नदी उफान पर है. कोसी नदी ने उफान के बाद मुरादाबाद के मूंढापांडे थाना क्षेत्र के आसपास गांव में बाढ़ का पानी आ गया है. साथ ही राष्ट्रीय नेशनल हाइवे-9 मुरादाबाद लखनऊ मार्ग पर एक से डेढ़ फुट पानी आ गया. जिसकी वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनो तरफ लंबा जाम लग गया. एक गांव सिवराबाजे के एक मंदिर में बंधे 6 मवेशियों की मौत हो गई. मुरादाबाद लखनऊ हाईवे पर बाढ़ के पानी आने की वजह से यात्री घंटों से हाईवे पर जाम में फंसे हुए है. वहीं, प्रशासनिक अधिकारी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा ले रहे है.
बुधवार की सुबह करीब 4 बजे नेशनल हाइवे लखनऊ मुरादाबाद मार्ग पर एक से डेढ़ फीट बाढ़ का पानी आ गया. मुरादाबाद की तरफ से आ रही रोडवेज बस ने बाढ़ के तेज बहाव पानी में से बस निकालने की कोशिश की गई. पानी का तेज बहाव होने की वजह से बस एक तरफ बहने लगी. जिसके बाद बस सड़क के किनारे गड्ढे में जा फंसी. स्थानीय लोगों ने बस में सवार सभी लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया.
रेलवे पुल को छू रहा है बाढ़ का पानी
कोसी नदी में बाढ़ का पानी इतनी उफान पर है कि लखनऊ-मुरादाबाद रेल मार्ग पर बने रेलवे पुल को बाढ़ का पानी छूकर निकल रहा है. जिसकी वजह से रेलवे ने एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों को रद्द करना पड़ गया. मूंढापांडे थाना क्षेत्र में दुकान करने वाले सोनू ने बताया कि उनकी दुकान में बाढ़ का पानी घुस गया है. हाइवे पर भी एक से डेढ़ फुट पानी है. एक रोडवेज बस भी तेज बहाव के कारण बह गई. जिसमें फंसे यात्रियों को बाहर निकाल लिया गया है.
सिवारावाजे के रहने वाले धर्मेन्द्र ने बताया कि गांव के एक मंदिर में 6 मवेशी बंधे हुए थे. इस दौरान बाढ़ का पानी आने से मंदिर में रहने वाले छत पर चले गए. वहीं, मवेशियों को खूंटे से नहीं खोला गया. जिसकी वजह से पानी में डूबने से मवेशियों की मौत हो गई.
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