मुरादाबाद: कुंदरकी ब्लॉक के लालपुर-गंगवाली गांव ने जल संरक्षण की दिशा में मिसाल कायम की है. पर्यावरण और बारिश के जल को बचाने की कवायद में यह गांव अपने प्रयासों से अन्य गांवों से कहीं आगे निकल गया है. प्रधानमंत्री के जल बचाने के आह्वान पर यहां के ग्रामीणों ने एकजुट होकर सूख चुके एक तालाब को नया जीवन दिया है. गांव की नालियों में बहते और बर्बाद हो रहे पानी को ग्रामीणों ने तालाब तक पहुंचाया और एक सूखते तालाब को उसकी पहचान लौटा दी.
कैसे बदली तस्वीर
ग्रामीणों ने अपने अभियान को लेकर कई बैठकें की और लोगों को इस अभियान से जोड़ा. इसके बाद पानी बचाव दल ने गांव की नालियों में बर्बाद होने वाले पानी को तालाब की ओर मोड़ दिया. इसके लिए छोटी-छोटी नालियां तैयार की गईं. छोटे-छोटे कदमों से शुरू हुई यह पहल अब अपनी मंजिल तक पहुंच गई है. सालों से सूखा पड़ा यह तालाब अब पानी से लबालब भरा है. तालाब को उसकी पहचान मिली तो गांव के पुराने दिन मानो वापस आ गए.
पहल को आगे ले जाने की तैयारी
गंगवारी गांव के सूखे तालाब को उसकी खोई पहचान दिलाने के बाद ग्रामीणों की नजर अब दूसरे तालाबों पर है. इसके लिए ग्रामीणों ने तैयारियां शुरु कर दी हैं. बंजर जमीन में तब्दील तालाबों को नया जीवन देने की ये मुहिम धीरे-धीरे रंग ला रही है और गंगवारी गांव अब अन्य गांवों के लिए प्रेरणा बन चुका है. आसपास के गांव वाले उनकी इस कोशिश से प्रभावित हैं और अपने यहां भी ऐसा प्रयास करने की बात कह रहे हैं.