मुरादाबाद: दिल्ली में पिछले दिनों प्रदूषण फैलाने के चलते यूपी रोडवेज की पांच बसों को सीज कर जुर्माना वसूला गया. सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश के बाद हुई इस कार्रवाई के चलते यूपी रोडवेज बसों को जांच के बाद ही दिल्ली भेजा जा रहा है. रोडवेज अधिकारियों ने पुरानी बसों को दिल्ली भेजने से रोक दिया है और नई बसों को ही दिल्ली जाने की अनुमति दी जा रही है. जिन बसों को सीज किया गया उन बसों को प्रदूषण रहित होने का सर्टिफिकेट दिया गया था. कार्रवाई के बाद अब इन बसों को यूपी में ही चलाया जा रहा है साथ ही दिल्ली जाने वाले नई बसों की भी जांच की जा रही है.
यूपी की 5 रोडवेज बसों को दिल्ली में किया गया सीज
- दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और सुप्रीम कोर्ट की सख्त चेतावनी के बाद यूपी की पांच रोडवेज बसों को दिल्ली में सीज किया गया.
- सीज हुईं बसों में बिजनौर डिपो, पीतल नगरी डिपो, बरेली डिपो, बदायूं डिपो और कौशाम्बी डिपो की बसें शामिल थी.
- रोडवेज प्रशासन ने अब पुरानी बसों को दिल्ली जाने से रोक दिया है और नई बसों को ही दिल्ली भेजा जा रहा है.
- दिल्ली भेजी जाने वाली रोडवेज बसों को पहले वर्कशॉप में जांचा जा रहा है और उसके बाद यह बसें दिल्ली भेजी जा रही हैं.
- रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक सीज हुई बसों के पास प्रदूषण सर्टिफिकेट भी था.
- भौतिक सत्यापन में बसें फेल साबित हुई, जिसके बाद पुरानी बसों को यूपी में ही चलाया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें- सुसराल पहुंचकर युवती ने किया हंगामा, शादी के बाद से नहीं हुई थी विदाई
दिल्ली रूट से रोडवेज की पुरानी बसों को हटाकर अब यूपी के शहरों में ही भेजा जा रहा है. अधिकारी रोडवेज वर्कशॉप में हर रोज इन बसों की जांच करने का दावा कर रहें है, लेकिन प्रदूषण सर्टिफिकेट होने के बावजूद भी दिल्ली में बसें सीज क्यों हुई. इसका जवाब किसी के पास नहीं है. रोडवेज की अधिकतर बसें पुरानी होने के चलते प्रदूषण के स्तर पर फेल ही नजर आती है, लेकिन इन बसों को बगैर जांच कैसे सर्टिफिकेट जारी किया जाता है इस सवाल पर भी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.